लखनऊ : सुहाग की लंबी उम्र के लिए महिलाएं करवाचौथ का व्रत रखती हैं. बुधवार को करवा चौथ का व्रत महिलाएं रखेंगी. करवा चौथ को लेकर बाजार में तमाम तरह की तैयारियां तेज हो चुकी हैं. बहुत सारी महिलाएं करवा चौथ के एक दिन पहले यानी कि मंगलवार को बाजार में मेहंदी लगवा रही हैं. पूजा के लिए करवा, चांद को देखने के लिए छननी व पूजा पाठ की सामग्री के लिए महिलाओं की भीड़ शाम होते ही उमड़ रही है. इस बार बाजार में दीए वाली छननी का क्रेज अधिक है. बहुत सारी महिलाएं जो इस बार पहली बार करवा चौथ का व्रत रहने वाली हैं उन्हें यह थाली और दीए वाली छननी बेहद पसंद आ रही है.
एक दिन पहले ही पार्लर की बुकिंग : करवा चौथ पर्व को लेकर बाजार पूरी तरह गुलजार हो गए हैं. करवा चौथ की तैयारी को लेकर महिलाएं कोई कसर नहीं छोड़ना चाहतीं हैं. यही कारण है कि शाम होते ही बाजार में भीड़ उमड़ने लगती है. महिलाएं अभी से खरीदारी में जुट गई हैं. मेहंदी लगाने वालों व ब्यूटी पार्लर पर एडवांस बुकिंग होने लगी है. अधिकतर महिलाएं तो कोरोना महामारी से बचने के लिए सुरक्षा मानक अपनाने भी भूल गई हैं.
'पानी पीकर तोड़ते हैं व्रत' : महिलाओं ने कहा कि 'करवा चौथ को लेकर एक अलग ही खुशी रहती है. इस दिन पूरा दिन निर्जल व्रत रहते हैं. साथ ही शाम होने के बाद पूजा पाठ करके पति के हाथों से ही पानी पीकर व्रत तोड़ते हैं. पति की लंबी उम्र के लिए करवाचौथ का व्रत रखते हैं. इस दिन काॅलोनी की कुछ महिलाएं एकजुट होकर करवाचौथ की कथा सुनते हैं. साथ में एक थाली को राउंड करते हुए एक दूसरे को सौंपते हैं. फिर ये पूजा पाठ की विधि करके घर के बड़े जनों से और पति का पैर छूकर आशीर्वाद लेते हैं.'
युवतियों ने बातचीत के दौरान कहा कि 'वैसे तो करवा चौथ की कई कहानियां हैं, लेकिन एक कथा ऐसी है जिसे हर कोई जानता है. उन्होंने कहा कि जब अर्जुन नीलगिरी पर्वत पर तपस्या के लिए चले जाते हैं और अन्य भाइयों में मतभेद की स्थिति निर्मित होती है. इस बात से परेशान माता द्रौपदी भगवान कृष्ण के पास जाकर उपाय पूछती हैं, तब श्री कृष्ण ने करवा चौथ के व्रत के धारण का उपाय द्रौपदी को बताया था. जिसके बाद माता द्रौपदी ने करवाचौथ का व्रत धारण किया था.'
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