नई दिल्ली: केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) के सहयोग से गुरुवार को इंटरपोल के माध्यम से लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी सलमान रहमान खान को आतंकवाद से संबंधित अपराधों के लिए रवांडा से सफलतापूर्वक प्रत्यर्पित किया है. एनआईए ने खान के खिलाफ आपराधिक साजिश, आतंकवादी संगठन का सदस्य होने और आतंकवादी संगठन को सहायता प्रदान करने तथा शस्त्र अधिनियम और विस्फोटक पदार्थ अधिनियम से संबंधित अपराधों से संबंधित मामले दर्ज किए हैं.
एनआईए ने एक बयान में कहा, "बेंगलुरू सेंट्रल जेल में आतंकवादी कट्टरपंथ और भर्ती मामले में सलमान को एनआईए ने रवांडा जांच ब्यूरो (RIB), इंटरपोल और राष्ट्रीय केंद्रीय ब्यूरो (NCB) की सहायता से 27 नवंबर को हिरासत में लिया और आज सुबह भारत लाया गया."
सलमान रहमान खान कौन हैं?
अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा के सदस्य सलमान रहमान खान के खिलाफ 2023 में बेंगलुरु के हेब्बल पुलिस स्टेशन में बेंगलुरु में आतंकी गतिविधियों को आगे बढ़ाने का आरोप है. उस पर हथियार, गोला-बारूद और विस्फोटक मुहैया कराने के अपराध में भी एफआईआर दर्ज की गई है.
2 अगस्त 2024 से इंटरपोल द्वारा उनके खिलाफ 'रेड नोटिस' भी जारी किया गया था, जो यह सुनिश्चित करता है कि वैश्विक कानून प्रवर्तन एजेंसियां वॉन्टिड अपराधी को ट्रैक कर सकें.
जेल में कैदियों को कट्टरपंथी बनाने का मामला
सलमान रहमान खान अपने सहयोगी जुनैद अहमद के साथ बेंगलुरु के परप्पना अग्रहारा सेंट्रल जेल में कैदियों को कट्टरपंथी बनाने से जुड़े एक हाई-प्रोफाइल मामले में फरार चल रहे थे. शुरू में बेंगलुरु सिटी पुलिस द्वारा दर्ज किए गए इस मामले में हथियारों का एक जखीरा बरामद हुआ था, जिसमें सात पिस्तौल, चार हथगोले, एक मैगजीन, 45 जिंदा कारतूस और चार वॉकी-टॉकी शामिल थे.
भारत प्रत्यर्पित किया गया तीसरा वॉन्टेड अपराधी
सलमान रहमान खान को इंटरपोल नेशनल सेंट्रल ब्यूरो-किगाली की सहायता से रवांडा में जियोलोकेशन किया गया और 28 नवंबर को एक सुरक्षा दल द्वारा भारत वापस लाया गया. वह पिछले महीने सीबीआई द्वारा भारत प्रत्यर्पित किया जाने वाला तीसरा वॉन्टेड अपराधी है. 2021 से, इंटरपोल के साथ संयुक्त अभियान में 100 से अधिक अपराधियों को भारत वापस लाया गया है.
इस महीने की शुरुआत में एक अन्य रेड नोटिस सब्जेक्ट बरकत अली खान को सऊदी अरब से वापस लाया गया था, क्योंकि वह मुंबई में दंगा करने और विस्फोटक पदार्थों के इस्तेमाल के अपराधों के लिए वॉन्टेड था. सीबीआई ने एक अन्य रेड नोटिस सब्जेक्ट रेहान अरबिकलारिक्कल को भी 10 नवंबर को सऊदी अरब से केरल में एक नाबालिग के साथ बलात्कार और यौन अपराध करने के आरोप में सफलतापूर्वक प्रत्यर्पित किया था.
यह भी पढ़ें- पन्नू की धमकी के बीच पीएम मोदी और शाह DGP-IGP सम्मेलन में होंगे शामिल