लखनऊ : राजधानी के बलरामपुर अस्पताल में एक बार फिर से बलरामपुर अस्पताल प्रशासन की लापरवाही सामने आई है. दरअसल एक वृद्ध मरीज को सांस में ले लेने में दिक्कत होने के बाद उन्हें बलरामपुर अस्पताल में भर्ती किया गया था. जहां पर बुजुर्ग मरीज पेशाब के लिए बाशरूम गए तो वहां पर उनकी गिरकर मौत हो गई. परिजनों ने अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. वहीं डॉक्टरों का कहना है कि मरीज की हालत पहले से ही गंभीर थी. चक्कर आने से वह गिर गए और उनकी मौत हो गई है.
क्या है पूरा मामला
- बलरामपुर अस्पताल के वार्ड नंबर दो के माधवराम को सांस में लेने की दिक्कत थी.
- इस पर उनके परिजनों ने बलरामपुर अस्पताल के इमरजेंसी में भर्ती कराया था.
- मृतक बुजुर्ग को वार्ड नंबर 2 में शिफ्ट किया गया था. दोपहर में पेशाब के लिए बाथरुम गए हुए थे वहां उनकी गिरकर मौत हो गई.
- इस दौरान उनका कोई भी अटेंडेंट, वार्ड बॉय, सिस्टर तक मौजूद नहीं थी.
- तबीयत गंभीर होने के बावजूद भी यूरिन बैग की सुविधा भी नहीं दी गई थी.
- बुजुर्ग खुद ही बाथरूम उठकर चले गए जहां पर वह गिर गए और 10 मिनट तक बाथरूम में पड़े रहे.
- मरीज का बेटा जगदीश प्रसाद जब वहां पहुंचा तो पिता को उठा कर बेड पर लिटाया, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी.
- घटना से नाराज मरीजों के तीमारदारों ने डॉक्टरों व स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया.
सांस में तकलीफ के बाद 2 दिन पहले मरीज को भर्ती कराया था. मरीज की हालत गंभीर होने के बाद भी उन्हें यूरिन बैग तक नहीं लगाया गया.
जगदीश प्रसाद, मृतक के परिजन