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सुलतानपुर: छेड़छाड़ के विरोध में प्रधान प्रतिनिधि की गई जान, परिजनों ने अंतिम संस्कार से किया इनकार

यूपी के सुलतानपुर में 29 सितंबर को युवती से छेड़छाड़ का विरोध करने पर दबंगों ने प्रधान प्रतिनिधि की जमकर पिटाई कर दी थी. पिटाई से घायल प्रधान प्रतिनिधि अभिमन्यु विश्वकर्मा को गंभीर हालत में राजधानी के ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया था, जहां 13 दिन बाद इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई.

प्रधान प्रतिनिधि की गई जान
प्रधान प्रतिनिधि की गई जान
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Published : Oct 13, 2020, 10:57 AM IST

सुलतानपुर: जिले के गोसाईगंज थाना क्षेत्र के रामचन्द्रपुर गांव में 29 सितंबर को युवती से छेड़छाड़ का विरोध करने पर प्रधान प्रतिनिधि और उनके एक साथी को मनचले युवकों ने पीट दिया था. गंभीर अवस्था में प्रधान प्रतिनिधि अभिमन्यु विश्वकर्मा और उसके एक साथी को लखनऊ के ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया था. जहां इलाज कोे दौरान 13 दिन बाद अभिमन्यु विश्वकर्मा की मौत हो गई. प्रधान प्रतिनिधि की मौत के बाद ग्रामीणों ने शव का अंतिम संस्कार से इनकार करते हुए पुलिस के खिलाफ नारे लगाए. अभी भी अफसर मृतक के परिजनों को समझाने में जुटे हुए हैं.

प्रधान प्रतिनिधि की गई जान.

दरअसल, 29 सितंबर को गोसाईगंज क्षेत्र के मिश्रौली बाजार स्थित अपने ब्यूटी पार्लर से स्कूटी सवार युवती घर आ रही थी. इसी दौरान रास्ते में पड़ोसी गांव मूगर तुरकहिया निवासी मुस्लिम समुदाय के कुछ शरारती तत्वों ने उसे रोककर छेड़खानी शुरू कर दी थी. प्रधान प्रतिनिधि अभिमन्यु विश्वकर्मा ने इसका विरोध किया. जिससे नाराज शरारती तत्वों ने अपने साथियों बुला कर मारपीट शुरू कर दी. वहीं मारपीट देखकर मौके पर पहुंचे कुछ ग्रमीणों को भी इन शरारती तत्वों ने पीटा था.

मारपीट की सूचना पाकर मौके पर पहुंची गोसाईंगंज पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया. वहीं गम्भीर रूप से घायल अभिमन्यु विश्वकर्मा और गौरव वर्मा को लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया था, जहां इलाज के दौरान 13 दिन बाद अभिमन्यु विश्वकर्मा की मौत हो गई.

लखनऊ में अभिमन्यु की मौत की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया. परिजनों का शव देखकर रो-रो कर बुरा हाल है. परिजनों ने शव के अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया है. इतना ही नहीं गुस्साए ग्रामीणों ने रात में प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस अफसरों की मौजूदगी में जमकर हंगामा काटा. वहीं अधिकारी परिजनों को समझा-बुझाकर शव के अंतिम संस्कार कराने को लेकर वार्ता कर रहे हैं. क्षेत्राधिकारी जयसिंहपुर दलबीर सिंह ने ग्रामीणों का विरोध देखते हुए गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की है. इस मामले में 17 नामजद आरोपी बनाए गए थे, जिनमें से महज 5 लोगों की गिरफ्तारी हुई है.


मामले में 17 नामजद आरोपी हैं, जिनमे से पांच लोग अली अहमद, रमजान अली, रहबर, इमरान, दिलीप गुप्ता की गिरफ्तारी की जा चुकी है. वहीं बाकी लोगों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है. मौके पर जयसिंहपुर उप जिलाधिकारी विधेश, क्षेत्राधिकारी जयसिंहपुर दलवीर सिंह, क्षेत्राधिकारी विजयमल यादव समेत कई थानों की फोर्स के साथ मौजूद हैं.
-ओमवीर सिंह चौहान, गोसाईगंज थानाध्यक्ष

सुलतानपुर: जिले के गोसाईगंज थाना क्षेत्र के रामचन्द्रपुर गांव में 29 सितंबर को युवती से छेड़छाड़ का विरोध करने पर प्रधान प्रतिनिधि और उनके एक साथी को मनचले युवकों ने पीट दिया था. गंभीर अवस्था में प्रधान प्रतिनिधि अभिमन्यु विश्वकर्मा और उसके एक साथी को लखनऊ के ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया था. जहां इलाज कोे दौरान 13 दिन बाद अभिमन्यु विश्वकर्मा की मौत हो गई. प्रधान प्रतिनिधि की मौत के बाद ग्रामीणों ने शव का अंतिम संस्कार से इनकार करते हुए पुलिस के खिलाफ नारे लगाए. अभी भी अफसर मृतक के परिजनों को समझाने में जुटे हुए हैं.

प्रधान प्रतिनिधि की गई जान.

दरअसल, 29 सितंबर को गोसाईगंज क्षेत्र के मिश्रौली बाजार स्थित अपने ब्यूटी पार्लर से स्कूटी सवार युवती घर आ रही थी. इसी दौरान रास्ते में पड़ोसी गांव मूगर तुरकहिया निवासी मुस्लिम समुदाय के कुछ शरारती तत्वों ने उसे रोककर छेड़खानी शुरू कर दी थी. प्रधान प्रतिनिधि अभिमन्यु विश्वकर्मा ने इसका विरोध किया. जिससे नाराज शरारती तत्वों ने अपने साथियों बुला कर मारपीट शुरू कर दी. वहीं मारपीट देखकर मौके पर पहुंचे कुछ ग्रमीणों को भी इन शरारती तत्वों ने पीटा था.

मारपीट की सूचना पाकर मौके पर पहुंची गोसाईंगंज पुलिस ने घायलों को इलाज के लिए अस्पताल भिजवाया. वहीं गम्भीर रूप से घायल अभिमन्यु विश्वकर्मा और गौरव वर्मा को लखनऊ ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया था, जहां इलाज के दौरान 13 दिन बाद अभिमन्यु विश्वकर्मा की मौत हो गई.

लखनऊ में अभिमन्यु की मौत की सूचना मिलते ही परिवार में कोहराम मच गया. परिजनों का शव देखकर रो-रो कर बुरा हाल है. परिजनों ने शव के अंतिम संस्कार से इनकार कर दिया है. इतना ही नहीं गुस्साए ग्रामीणों ने रात में प्रशासनिक अधिकारी और पुलिस अफसरों की मौजूदगी में जमकर हंगामा काटा. वहीं अधिकारी परिजनों को समझा-बुझाकर शव के अंतिम संस्कार कराने को लेकर वार्ता कर रहे हैं. क्षेत्राधिकारी जयसिंहपुर दलबीर सिंह ने ग्रामीणों का विरोध देखते हुए गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की है. इस मामले में 17 नामजद आरोपी बनाए गए थे, जिनमें से महज 5 लोगों की गिरफ्तारी हुई है.


मामले में 17 नामजद आरोपी हैं, जिनमे से पांच लोग अली अहमद, रमजान अली, रहबर, इमरान, दिलीप गुप्ता की गिरफ्तारी की जा चुकी है. वहीं बाकी लोगों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दी जा रही है. मौके पर जयसिंहपुर उप जिलाधिकारी विधेश, क्षेत्राधिकारी जयसिंहपुर दलवीर सिंह, क्षेत्राधिकारी विजयमल यादव समेत कई थानों की फोर्स के साथ मौजूद हैं.
-ओमवीर सिंह चौहान, गोसाईगंज थानाध्यक्ष

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