लखनऊ: लखनऊ में सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षक की नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी गयी. यहां 13 युवकों से 95 लाख रुपये की धोखाधड़ी (man cheated 95 lakh on pretext of teachers job) का मामला सामने आया. रुपये लेकर आरोपी फरार हो गया. नौकरी नहीं मिलने पर पीड़ितों ने मंगलवार को आशियाना कोतवाली में तहरीर दी थी. इसके आधार पर गुरुवार को मुकदमा दर्ज किया गया. आरोपी ने अपनी पहचान अनुदानित स्कूल संघ अध्यक्ष अनिल कुमार सिंह के तौर पर हुई है.
फर्रुखाबाद निवासी दीपचंद्र की ससुराल आशियाना रजनीखंड में है. वर्ष 2018 में दीपचंद्र की मुलाकात अनिल कुमार सिंह से हुई थी. उसने बताया था कि वो अनुदानित स्कूल संघ का अध्यक्ष है. बातचीत के दौरान आरोपी ने बताया कि स्कूलों में वह अपने प्रभाव का इस्तेमाल कर शिक्षकों के पद पर नियुक्ति करा सकता है. अनिल सिंह की लुभावनी बातों पर दीपचंद्र को भरोसा होल गया. उन्होंने यह बात परिचितों को भी बताई. वहीं, नौकरी लगवाने के बदले अनिल सिंह ने रुपयों की मांग की.
पीड़ित के मुताबिक उसके सामने कई अन्य युवक भी नौकरी के सिलसिले में अनिल से मिलने आए थे. इनमें लखीमपुर, फर्रुखाबाद और हरदोई के युवक भी थे. आरोपी ने दीपचंद्र से करीब 35 लाख रुपये लिए थे. इसके अलावा अन्य युवकों से भी करीब 60 लाख रुपये लिए थे. इनमें से किसी को भी नियुक्ति नहीं मिली. छानबीन करने पर पता चला कि अनिल कुमार सिंह का सहायता प्राप्त स्कूल संघ से कोई संबंध नहीं है. आरोपी की सच्चाई सामने आने पर दीपचंद्र ने रुपये वापस करने के लिए कहा.
लखनऊ में 13 बेरोजगारों से ठगी करने वाले आरोपी ने उन्हें धमकी दी. लखनऊ में ठगी के मामले (13 unemployed people cheated in Lucknow) में दीपचंद्र ने आशियाना कोतवाली में गुरुवार को मुकदमा दर्ज कराया. आशियाना थाना प्रभारी ने बताया पीड़ित ने कुछ पैसा नकद और कुछ पैसा अकाउंट में दिया गया था. इसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. रुपये के लेन देन के बारे में अभी केवल एक पक्ष की बात सामने आई है. मामले की जांच की जा रही है. आरोपी को पकड़ने के लिए टीमें लगाई जा रही है.
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