लखनऊ: लॉकडाउन के दौरान पठन-पाठन प्रभावित होने से लखनऊ विश्वविद्यालय के विद्यार्थी भी परेशान हैं. विभिन्न संकाय के छात्र प्रतिनिधिमंडल ने शुक्रवार को कुलपति प्रोफेसर आलोक राय के कक्ष के बाहर प्रदर्शन किया. प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि कोरोना की वजह से जब शिक्षण कार्य नहीं हो सके और आर्थिक गतिविधियां भी प्रभावित हुई हैं तो छात्रों से फीस नहीं ली जानी चाहिए.
प्रदर्शन को समाप्त कराने पहुंचे प्रॉक्टोरियल बोर्ड से छात्रों की तीखी नोकझोंक भी हुई. विवाद बढ़ता देख देर शाम कुलपति ने छात्रों से मुलाकात की. छात्रों ने कुलपति को अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन भी सौंपा, जिसमें वार्षिक परीक्षाओं को न कराए जाने और सभी विद्यार्थियों की फीस माफ करने का प्रस्ताव शामिल है. कुलपति ने छात्रों की मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया है.