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जीवन रक्षक दवाओं और ऑक्सीजन की कालाबाजारी में लखनऊ अव्वल

उत्तर प्रदेश में कोरोना के लगातार मामले सामने आ रहे हैं. इन सबके बीच जीवन रक्षक दवाओं और ऑक्सीजन की कालाबाजारी भी बड़े पैमाने पर हो रही है. इंजेक्शन, ऑक्सीजन और दवाइयों की कालाबाजारी में 89 लोगों पर कार्रवाई की गई, जिसमें से सबसे अधिक 36 लखनऊ के हैं.

जीवन रक्षक दवाओं और ऑक्सीजन की कालाबाजारी में लखनऊ अव्वल
जीवन रक्षक दवाओं और ऑक्सीजन की कालाबाजारी में लखनऊ अव्वल
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Published : May 4, 2021, 4:36 PM IST

लखनऊ: कोरोना काल में जीवन रक्षक दवाओं और ऑक्सीजन की कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रही है. पुलिस कार्रवाई पर भी कोई ख़ौफ़ नहीं दिख रहा है. दवाओं और ऑक्सीजन की कालाबाजारी में लखनऊ अव्वल है. दरअसल, कालाबाजारी के 11 दिनों में 36 मामले सामने आए. इसमें कोरोना से इलाज में कारगर इंजेक्शन, ऑक्सीजन और दवाइयों की कालाबाजारी में 89 लोगों पर कार्रवाई की गई, जिसमें से सबसे अधिक 36 लखनऊ के हैं. यूपी में 87 गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से पुलिस ने 49 लाख 16 हजार रुपये से अधिक कालाबाजारी का माल बरामद किया है.

कालाबाजारी पर पुलिस की निगाह

अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि पुलिस कालाबाजारी पर लगातार नजर रख रही है. औषधियों और सिलिंडर को ऊंचे दाम पर बेचने की शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर बनाए गए हैं. यूपी में ऐसा करने वाले 89 लोगों के खिलाफ अब तक कार्रवाई की जा चुकी है. लगातार अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा निजी एंबुलेंस तथा शव वाहनों के लिए बढ़ा हुआ किराया लेने की सूचना भी मिल रही है, जिस पर आवश्यक कार्रवाई करने के लिए सभी जिलों को निर्देश दिए गए है.

गैंगस्टर अधिनियम के तहत हो रही कार्रवाई

प्रदेश में कोविड-19 महामारी के विकराल रूप लेने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीवन रक्षक दवाओं और ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून और गैंगस्टर अधिनियम के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.

अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि वैसे तो सबसे बड़ी कार्रवाई कानपुर नगर में हुई, जहां मिलेट्री इंटेलीजेंस से मिले इनपुट के बाद रेमडेसीवीर के 265 इंजेक्शन बरामद किए. लखनऊ में पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के नेतृत्व में बंथरा, गोमतीनगर, गुडंबा और ठाकुर गंज में कार्रवाई की. कालाबाजारी में कई डॉक्टरों को जेल भेजा गया. नोएडा, कानपुर नगर और गाजियाबाद में भी कार्रवाई की गई.

सोशल मीडिया पर की जा रही खास निगरानी

सोशल मीडिया पर खास निगरानी रखे जाने का जिक्र करते हुए प्रशांत कुमार ने कहा कि इसके अलावा सोशल मीडिया के माध्यम से भी जो गलत प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है, ऐसे लोगों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है. यह प्रयास किया जा रहा है कि भ्रामक सूचनाएं देने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस कृत संकल्प है और पुलिस के अधिकारी और जवान ड्यूटी कर रहे हैं.

लखनऊ: कोरोना काल में जीवन रक्षक दवाओं और ऑक्सीजन की कालाबाजारी थमने का नाम नहीं ले रही है. पुलिस कार्रवाई पर भी कोई ख़ौफ़ नहीं दिख रहा है. दवाओं और ऑक्सीजन की कालाबाजारी में लखनऊ अव्वल है. दरअसल, कालाबाजारी के 11 दिनों में 36 मामले सामने आए. इसमें कोरोना से इलाज में कारगर इंजेक्शन, ऑक्सीजन और दवाइयों की कालाबाजारी में 89 लोगों पर कार्रवाई की गई, जिसमें से सबसे अधिक 36 लखनऊ के हैं. यूपी में 87 गिरफ्तार किए गए आरोपियों के पास से पुलिस ने 49 लाख 16 हजार रुपये से अधिक कालाबाजारी का माल बरामद किया है.

कालाबाजारी पर पुलिस की निगाह

अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि पुलिस कालाबाजारी पर लगातार नजर रख रही है. औषधियों और सिलिंडर को ऊंचे दाम पर बेचने की शिकायत के लिए हेल्पलाइन नंबर बनाए गए हैं. यूपी में ऐसा करने वाले 89 लोगों के खिलाफ अब तक कार्रवाई की जा चुकी है. लगातार अभियान चलाकर कार्रवाई की जा रही है. इसके अलावा निजी एंबुलेंस तथा शव वाहनों के लिए बढ़ा हुआ किराया लेने की सूचना भी मिल रही है, जिस पर आवश्यक कार्रवाई करने के लिए सभी जिलों को निर्देश दिए गए है.

गैंगस्टर अधिनियम के तहत हो रही कार्रवाई

प्रदेश में कोविड-19 महामारी के विकराल रूप लेने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जीवन रक्षक दवाओं और ऑक्सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी करने वालों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून और गैंगस्टर अधिनियम के तहत कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं.

अपर पुलिस महानिदेशक कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि वैसे तो सबसे बड़ी कार्रवाई कानपुर नगर में हुई, जहां मिलेट्री इंटेलीजेंस से मिले इनपुट के बाद रेमडेसीवीर के 265 इंजेक्शन बरामद किए. लखनऊ में पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर के नेतृत्व में बंथरा, गोमतीनगर, गुडंबा और ठाकुर गंज में कार्रवाई की. कालाबाजारी में कई डॉक्टरों को जेल भेजा गया. नोएडा, कानपुर नगर और गाजियाबाद में भी कार्रवाई की गई.

सोशल मीडिया पर की जा रही खास निगरानी

सोशल मीडिया पर खास निगरानी रखे जाने का जिक्र करते हुए प्रशांत कुमार ने कहा कि इसके अलावा सोशल मीडिया के माध्यम से भी जो गलत प्रचार-प्रसार कराया जा रहा है, ऐसे लोगों पर भी कड़ी निगरानी रखी जा रही है. यह प्रयास किया जा रहा है कि भ्रामक सूचनाएं देने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस कृत संकल्प है और पुलिस के अधिकारी और जवान ड्यूटी कर रहे हैं.

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