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पूर्व सांसद धनंजय सिंह पुलिस कस्टडी रिमांड पर लाए जाएंगे लखनऊ, नैनी जेल से होगा शिफ्ट - लखनऊ खबर

पूर्व सांसद धनंजय सिंह के प्रयागराज स्थित एमपी एमएलए कोर्ट में आत्मसमर्पण करने के बाद लखनऊ पुलिस पुलिस धनंजय सिंह को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेगी. पुलिस की एक टीम प्रयागराज के लिए रवाना हो गई है. बताया जा रहा है कि आरोपित को रिमांड पर लेने के लिए पुलिस कोर्ट में अर्जी देगी, इसके बाद रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी.

पूर्व सांसद धनंजय सिंह पुलिस कस्टडी रिमांड पर लाए जाएंगे लखनऊ
पूर्व सांसद धनंजय सिंह पुलिस कस्टडी रिमांड पर लाए जाएंगे लखनऊ
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Published : Mar 6, 2021, 1:10 AM IST

लखनऊ: पूर्व सांसद धनंजय सिंह के प्रयागराज स्थित एमपी एमएलए कोर्ट में आत्मसमर्पण करने की जानकारी मिलने के बाद लखनऊ पुलिस आगे की रणनीति बना रही है. राजधानी पुलिस धनंजय सिंह को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेगी. पुलिस की एक टीम प्रयागराज के लिए रवाना हो गई है. पुलिस वहां कोर्ट में धनंजय सिंह को रिमांड पर लेने की अर्जी देगी. पुलिस धनंजय को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. पुलिस का दावा है कि पूछताछ में पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड से जुड़े कई सनसनीखेज खुलासे होंगे. वहीं, धनंजय के नैनी जेल पहुंचने के बाद जेल प्रशासन चौकन्ना हो गया है. एडीजी जेल ने धनंजय को नैनी से दूसरे जेल भेजने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है.

कुर्की की कार्रवाई रोकने के लिए धनंजय ने कोर्ट में किया सरेंडर
मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या में आरोपी बनाए गए पूर्व सांसद धनंजय सिंह की तलाश में पुलिस दिल्ली, जौनपुर व लखनऊ में छापेमारी कर रही थी. पुलिस धनंजय को भगौड़ा घोषित कर उस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था. यही नहीं इनाम की राशि बढ़ाने के लिए डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन ने उच्चाधिकारियों को पत्र भी लिखा था. शुक्रवार को पुलिस इनाम की राशि 25 से बढ़ाकर 50 हजार करने की तैयारी कर ही रही थी कि धनंजय सिंह ने सरेंडर कर दिया. खास बात यह है कि लखनऊ पुलिस ने पूर्व सांसद की संपत्तियों का ब्यौरा निकालकर प्रवर्तन निदेशालय और इनकम टैक्स को भेजा था. इन संपत्तियों को अपराधिक गतिविधियों से अर्जित करने का आरोप लगाकर पुलिस ने इन्हें जब्त करने के लिए पत्राचार किया था. पुलिस का शिकंजा कसता देखकर धनंजय ने दूसरे मामले में जमानत तुड़वाकर जेल जाना उचित समझा. बताया जा रहा है कि कुर्की की कार्रवाई रोकने के लिए धनंजय ने यह कदम उठाया है.

इसे भी पढ़ें-पूर्व सांसद धनंजय सिंह को भेजा गया नैनी सेंट्रल जेल

ये था मामला
मऊ के ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि अजीत सिंह की 6 जनवरी को विभूतिखंड के कठौता चौराहे के पास गैंगवार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में अजीत के साथी मोहर सिंह ने गिरधारी उर्फ डॉक्टर, अखंड सिंह और कुंटू सिंह के खिलाफ नामजद एफआइआर दर्ज कराई थी. पड़ताल में हत्या की साजिश में धनंजय के शामिल होने की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने पूर्व सांसद के गिरफ्तारी वारंट जारी कराया था. तब से धनंजय सिंह फरार थे.

इसे भी पढ़ें-अजीत सिंह हत्याकांडः पूर्व सांसद धनंजय सिंह और गिरधारी की संपत्ति होगी जब्त

दूसरे जेल में शिफ्ट किया जाएगा धनंजय को
सूत्रों की माने तो एडीजी जेल आनंद कुमार ने धनंजय को नैनी से किसी और जेल में शिफ्ट करने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है. एडीजी जेल ने अधिकारियों को तलब कर धनंजय को किस जेल में रखा जाए, इसके बारे में गहन चर्चा की. बहुत जल्द धनंजय को नैनी जेल से स्थानांतरित कर किसी अन्य जल में शिफ्ट किया जाएगा.

लखनऊ: पूर्व सांसद धनंजय सिंह के प्रयागराज स्थित एमपी एमएलए कोर्ट में आत्मसमर्पण करने की जानकारी मिलने के बाद लखनऊ पुलिस आगे की रणनीति बना रही है. राजधानी पुलिस धनंजय सिंह को पुलिस कस्टडी रिमांड पर लेगी. पुलिस की एक टीम प्रयागराज के लिए रवाना हो गई है. पुलिस वहां कोर्ट में धनंजय सिंह को रिमांड पर लेने की अर्जी देगी. पुलिस धनंजय को रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी. पुलिस का दावा है कि पूछताछ में पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड से जुड़े कई सनसनीखेज खुलासे होंगे. वहीं, धनंजय के नैनी जेल पहुंचने के बाद जेल प्रशासन चौकन्ना हो गया है. एडीजी जेल ने धनंजय को नैनी से दूसरे जेल भेजने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है.

कुर्की की कार्रवाई रोकने के लिए धनंजय ने कोर्ट में किया सरेंडर
मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या में आरोपी बनाए गए पूर्व सांसद धनंजय सिंह की तलाश में पुलिस दिल्ली, जौनपुर व लखनऊ में छापेमारी कर रही थी. पुलिस धनंजय को भगौड़ा घोषित कर उस पर 25 हजार का इनाम घोषित किया था. यही नहीं इनाम की राशि बढ़ाने के लिए डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन ने उच्चाधिकारियों को पत्र भी लिखा था. शुक्रवार को पुलिस इनाम की राशि 25 से बढ़ाकर 50 हजार करने की तैयारी कर ही रही थी कि धनंजय सिंह ने सरेंडर कर दिया. खास बात यह है कि लखनऊ पुलिस ने पूर्व सांसद की संपत्तियों का ब्यौरा निकालकर प्रवर्तन निदेशालय और इनकम टैक्स को भेजा था. इन संपत्तियों को अपराधिक गतिविधियों से अर्जित करने का आरोप लगाकर पुलिस ने इन्हें जब्त करने के लिए पत्राचार किया था. पुलिस का शिकंजा कसता देखकर धनंजय ने दूसरे मामले में जमानत तुड़वाकर जेल जाना उचित समझा. बताया जा रहा है कि कुर्की की कार्रवाई रोकने के लिए धनंजय ने यह कदम उठाया है.

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ये था मामला
मऊ के ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि अजीत सिंह की 6 जनवरी को विभूतिखंड के कठौता चौराहे के पास गैंगवार में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. इस हत्याकांड में अजीत के साथी मोहर सिंह ने गिरधारी उर्फ डॉक्टर, अखंड सिंह और कुंटू सिंह के खिलाफ नामजद एफआइआर दर्ज कराई थी. पड़ताल में हत्या की साजिश में धनंजय के शामिल होने की पुष्टि होने के बाद पुलिस ने पूर्व सांसद के गिरफ्तारी वारंट जारी कराया था. तब से धनंजय सिंह फरार थे.

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दूसरे जेल में शिफ्ट किया जाएगा धनंजय को
सूत्रों की माने तो एडीजी जेल आनंद कुमार ने धनंजय को नैनी से किसी और जेल में शिफ्ट करने की रणनीति बनानी शुरू कर दी है. एडीजी जेल ने अधिकारियों को तलब कर धनंजय को किस जेल में रखा जाए, इसके बारे में गहन चर्चा की. बहुत जल्द धनंजय को नैनी जेल से स्थानांतरित कर किसी अन्य जल में शिफ्ट किया जाएगा.

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