लखनऊ: मड़ियांव थाना क्षेत्र में शुक्रवार को महिला की हत्या के मामले में 32 सेकंड का अधूरा वीडियो वायरल किया गया था, जिसमें मौके पर जब पुलिस पहुंची तो उस समय महिला को जीवित दिखाते हुए पुलिस पर महिला को तुरंत इलाज के लिए भर्ती न करने का आरोप लगाया गया. वहीं इस मामले में अब एक मिटन 30 सेकंड का एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें पुलिस कर्मचारी महिला को अस्पताल ले जाते हुए नजर आ रहे हैं.
डीसीपी नॉर्थ शालनी ने आधा-अधूरा वीडियो वायरल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है. डीसीपी ने पुलिस पर लगाए गए आरोपों को गलत बताते हुए कहा कि पुलिस ने सक्रियता से काम किया है. एक मिटन 30 सेकंड के वीडियो में पुलिसकर्मी मृतक महिला को उठाने का प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि शुक्रवार सुबह 9:33 बजे पुलिस को सूचना मिली थी, जिसके बाद 9:55 बजे पुलिस मौके पर पहुंची, जबकि थाने से घटनास्थल की दूरी 15 किलोमीटर है. 10 बजे महिला को एंबुलेंस की मदद से ट्रामा सेंटर पहुंचाया गया, जहां पर डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
यह है पूरा मामला
दरअसल, 40 वर्षीय एक महिला की शुक्रवार को हत्या कर दी गई थी. मृतका उन्नाव जिले की मूल निवासी है और मडियांव थाना क्षेत्र एक गांव में अपने प्रेमी के पड़ोस में काशीराम आवास योजना में रह रही थी. मृतका की बेटी ने आरोप लगाया कि आरोपी और उसके बेटे ने मिलकर मेरी मां की हत्या कर मौके से फरार हो गए.
वहीं इस मामले में एक वीडियो वायरल किया गया, जिसमें दिखाया गया कि जब पुलिस मौके पर पहुंची तो महिला तड़प रही थी और पुलिस आसपास के लोगों से पूछताछ कर रही थी. अगर पुलिस ने पूछताछ के बजाए महिला को तुरंत इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया होता तो उसकी जान बच जाती.