लखनऊ: प्रदेश सरकार भ्रष्टाचार के मामले में जीरो टॉलरेंस की नीति पर काम करने का दावा कर रही है. वहीं पशुपालन विभाग में टेंडर के नाम पर 10 करोड़ भ्रष्टाचार के आरोपी आईपीएस अधिकारी अरविंद सेन को पुलिस अभी गिरफ्तार नहीं कर पाई है. आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने लखनऊ, अंबेडकरनगर और फैजाबाद में उसके ठिकानों पर छापेमारी की, लेकिन कामयाबी नहीं मिली.
प्रदेश में पशुपालन विभाग के टेंडर दिलाने के नाम पर इंदौर के कारोबारी मनजीत सिंह भाटिया से 10 करोड़ रुपये की ठगी के मामले में आरोपी आईपीएस अधिकारी अरविंद सेन को निलंबित कर दिया गया था. पुलिस आरोपी की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है, लेकिन अभी आरोपी की गिरफ्तारी नहीं की जा सकी है. मामले में सबूत मिलने के बाद एसटीएफ ने हजरतगंज कोतवाली में ठगी की एफआईआर भी दर्ज कराई थी. मामले में कुल 11 लोगों को आरोपी बनाया गया है.
कौन है अरविंद सेन
पशुपालन विभाग में टेंडर दिलाने के मामले में आरोपी आईपीएस अधिकारी अरविंद सेन 2003 बैच के आईपीएस हैं. वर्तमान में वह डीआईजी पद पर तैनात थे. भ्रष्टाचार के आरोप में उन्हें 22 अगस्त को निलंबित कर दिया गया था. एसटीएफ की जांच में भी वह दोषी पाए गए हैं. उनकी अग्रिम जमानत की अर्जी भी कोर्ट ने निरस्त कर दी है. एसीपी गोमती नगर श्वेता सिंह ने बताया कि अरविंद सेन की गिरफ्तारी के लिए लखनऊ, अंबेडकरनगर और फैजाबाद स्थित उनके आवासों पर पुलिस लगातार दबिश दे रही है.