लखनऊ : नगर निगम में मुख्य कर निर्धारण अधिकारी अशोक सिंह के तबादला होने के बाद कक्ष में बैठने को लेकर मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके मिश्रा और अंबी बिष्ट के बीच बुधवार को विवाद हो गया. दोनों के बीच विवाद बढ़ने पर नगर निगम प्रशासन को कमरे में ताला लगाना पड़ गया. हालांकि बाद में नगर आयुक्त के हस्तक्षेप के बाद कमरा खोला गया और पीके मिश्रा को बैठने की जगह मिली. वहीं अंबी बिष्ट के बैठने को लेकर गुरुवार को निर्णय होने की बात कही जा रही है.
बता दें, निदेशालय ने नगर निगम लखनऊ में तैनात मुख्य कर निर्धारण अधिकारी आशोक सिंह का स्थानांतरण अलीगढ़ नगर निगम कर दिया है. बनारस नगर निगम में तैनात मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके मिश्रा ने लखनऊ नगर निगम में कार्यभार ग्रहण किया है. दूसरी ओर बरेली नगर निगम में तैनात मुख्य कर निर्धारण अधिकारी महातम यादव के सेवानिवृत्त होने से एक पद रिक्त हो गया था, जिस पर नगर निगम लखनऊ में तैनात जोन तीन की जोनल अधिकारी व स्व. मुलायम सिंह यादव की समधन व भाजपा नेता अपर्णा यादव बिष्ट की मां अंबी बिष्ट का मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पद पर पदोन्नति हो गई है. इसके चलते नगर निगम लखनऊ में दो मुख्य कर निर्धारण अधिकारी हो गए हैं.
यहां बड़े कमरे में बैठने को लेकर बुधवार को दोनों मुख्य कर निर्धारण अधिकारी पीके मिश्रा और अंबी बिष्ट के बीच जुबानी जंग छिड़ गई. इसकी जानकारी होने पर निगम के व्यवस्थाधिकारी के निर्देश पर कक्ष में ताला डाल दिया गया. ताला लगाने की सूचना नगर आयुक्त को मिली तो उन्होने नाराजगी जताते हुए कक्ष का ताला खुलवाया. जिसमें पीके मिश्रा बैठ गए. विवाद के पश्चात अंबी बिष्ट ने भी उक्त कक्ष में बैठने की इच्छा जताई है. गुरुवार को कक्ष में बैठने की बात कह रही हैं.
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