लखनऊ: कोर्ट के मामले में लापरवाही (Negligence in court case) बरतने पर लखनऊ नगर निगम (Lucknow Municipal Corporation) में तैनात कर निर्धारण अधिकारी नंद किशोर को प्रतिकूल प्रविष्टि देते हुए नोटिस दी गई है. शासन में सचिव कल्याण बनर्जी ने सख्त नाराजगी व्यक्त करते हुए कर निर्धारण अधिकारी की चरित्र पंजिका में इसे दर्ज किए जाने के आदेश नगर निगम को दिए हैं. आदेश में कहा गया है कि प्रभाकर वर्द्धन चौधरी बनाम उ.प्र. राज्य व अन्य में न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में प्रमुख सचिव, नगर विकास विभाग के व्यक्तिगत शपथ पत्र दाखिल किये जाने के लिए मुख्य स्थायी अधिवक्ता से सम्पर्क स्थापित कर प्रतिशपथ पत्र तैयार कराकर शासन को उपलब्ध कराने के लिए नगर आयुक्त नगर निगम लखनऊ से अपेक्षा की गयी थी.
इसके बाद दूरभाष के माध्यम से नन्द किशोर, कर निर्धारण अधिकारी जो कि संबंधित वादों के प्रभारी भी हैं, को प्रकरण की महत्ता एवं समयबद्धता से अवगत कराते हुए प्रतिशपथ पत्र शासन को उपलब्ध कराये जाने के निर्देश दिए गए थे. इसके बाद भी प्रतिशपथ पत्र उपलब्ध नहीं कराया गया और न ही इस संबंध में किसी प्रकार की जानकारी शासन को दी गई. रिट याचिका में सुनवाई दो सितंबर को सुनवाई में दूरभाष पर नन्द किशोर से प्रकरण की महत्ता एवं संवेदनशीलता को देखते हुए शासन की ओर से तैयार करायी गयी प्रतिशपथ पत्र को न्यायालय में दाखिल कराये जाने की अपेक्षा की गयी.
इस पर भी नन्द किशोर ने न्यायालय में चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारी को भेज दिया. इसके अतिरिक्त एक अन्य महत्वपूर्ण जनहित याचिका निशातगंज रेजिडेन्स वेलफेयर सोसाईटी लखनऊ एवं अन्य बनाम नगर निगम लखनऊ व अन्य में न्यायालय के आदेशों के अनुपालन में मुख्य सचिव के निर्णयों से न्यायालय को अवगत कराने के लिए प्रतिशपथ पत्र तैयार कराकर शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये थे. इस मामले में भी नंद किशोर ने प्रतिशपथ पत्र अत्यंत विलम्ब से शासन को उपल्ब्ध कराया, जिससे न्यायालय में प्रतिशपथ पत्र दाखिल करने में देरी हुई. इस लापरवाही (Action against Tax Assessment Officer Nand Kishore over negligence in court case) के चलते नंद किशोर के खिलाफ यह कार्रवाई की गई.
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