लखनऊ : यूपी में जल्द ही गंभीर मरीजों को घर के निकट इलाज मिलने की राह और आसान होने वाली है. प्रदेश में 50 से लेकर 300 बेड वाले 20 नए अस्पताल बनेंगे. इनमें ओपीडी व मरीजों के भर्ती का इंतजाम होगा. आईसीयू की सुविधा भी होगी. पब्लिक प्राइवेट पार्टनशिप (पीपीपी) मोड पर डायलिसिस की सुविधा भी मरीजों को मुफ्त मुहैया कराई जा सकती है.
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक का कहना है कि प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाओं को रफ्तार देने की दिशा में लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. अस्पतालों में इलाज की आधुनिक सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं. ताकि मरीजों को प्राइवेट अस्पताल व डायग्नोस्टिक सेवाओं की तरफ रुख न करना पड़े. उन्होंने बताया कि नए अस्पताल बनाएजा रहे हैं. इससे मरीजों को बड़े शहरों की तरफ दौड़ नहीं लगानी पड़ेगी. मरीज आसानी से घर के पास ही इलाज करा सकेंगे. बड़े अस्पतालों में मरीजों का दबाव कम होगा. इससे गंभीर मरीजों को और बेहतर व जल्द इलाज मिल सकेगा. जांच आदि पर भी दबाव कम होगा.
बता दें, केंद्र सरकार प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (आयुष्मान योजना), प्रधानमंत्री आवास योजना जैसे कई स्कीमें गरीबों के कल्याण के लिए चला रही है. उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने इसका सबसे ज्यादा फायदा उठाया है. मेडिकल और हेल्थ सेक्टर में योगी सरकार के ऐतिहासिक काम-स्वास्थ्य क्षेत्र में योगी सरकार ने ऐतिहासिक काम किए हैं.
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