लखनऊ : बेमौसम बारिश का असर आम आदमी की जेब पर पड़ सकता है. गेहूं, चना, सरसों के साथ मौसमी सब्जियां महंगी हो सकती हैं. अगर उत्पादन कम हुआ तो इसका सीधा असर दामों पर पड़ेगा. साब्जियों के दाम बढ़े तो इसका असर आम आदमी की जेब पर तो पड़ेगा. साथ ही रिटेल महंगाई में भी बढ़ोतरी हो सकती है. व्यापारियों औऱ आढ़तियों के अनुसार बेमौशम बारिश से खेतों में तैयार मौसमी साब्जियों को नुकसान पहुंच रहा है. जानते हैं मंडी में एक मई सोमवार क्या रहे साब्जियों के दाम.
कई दिनों से मौसम की करवट लेने का सिलसिला जारी है. रविवार को कहीं हल्की तो कहीं तेज बारिश हुई. इसका सीधा नुकसान फसलों को हो रहा है. बारिश और हवा से खेतों में खड़ी गेहूं, सरसों की फसल को नुकसान के साथ साथ सब्जियों पर भी पड़ा है. पानी की वजह से कई तरह की सब्जियों की सड़ने की संभावनाएं बढ़ गई हैं. किसान लाल बहादुर, जगदंबा प्रसाद व मुन्ना ने बतया कि सब्जियों पर बारिश का प्रतिकूल असर पड़ता दिख रहा है. खेत में पानी के कारण या ज्यादा वक्त गीला रहने के कारण खीरा, ककड़ी, तोरी, लौकी आदि सब्जियां खराब हो रही हैं.
थोक मंडी के व्यापारी लाला यादव बताते हैं कि बारिश से सीजनल सब्जियों को भारी नुकसान होगा. खीरा, ककड़ी, टमाटर, कद्दू सहित कई हरी सब्जियां भारी मात्रा में खेतों में ही सड़ जाएंगी. जिससे आने वाले दिनों में इसका सीधा असर आम आदमी की जेब पर पड़ेगा.
मंडी में सब्जियों के भाव : हरी मिर्च -30 रुपये किलो, अदरक-70 रुपये किलो, फूल गोभी- 9 रुपये/प्रति पीस, टमाटर 15 रुपये किलो, हरा मटर-70 रुपये किलो, पालक-12 रुपये किलो, गाजर-7 रुपये किलो, पुराना आलू -9 रुपये किलो, नयाआलू - 7 रुपये किलो, लहसुन- 70 रुपये किलो, प्याज 13 रुपये किलो, नीबू -120 रुपये किलो, भिंडी-40 रुपये किलो, तोराई-30 रुपये किलो, कद्दू-5 रुपये किलो, लौकी- 14 रुपये किलो, सेम-30 रुपये किलो, परवल-30 रुपये किलो, करेला-40 रुपये किलो, धनिया-60 रुपये किलो.
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