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एसजीपीजीआई में खुला हेपेटोलॉजी विभाग, लिवर प्रत्यारोपण की मिलेगी सुविधा

राजधानी लखनऊ के एसजीपीजीआई हॉस्पिटल में लिवर ट्रांसप्लांट यूनिट की शुरुआत हो चुकी है. मंत्री सुरेश खन्ना ने मंगलवार शाम हेपेटोलाॅजी विभाग का उद्घाटन किया. कार्यक्रम की शुरुआत देवी सरस्वती के दीप प्रज्वलन के साथ की गई.

एसजीपीजीआई में खुला हेपेटोलॉजी विभाग
एसजीपीजीआई में खुला हेपेटोलॉजी विभाग
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Published : Feb 17, 2021, 4:19 AM IST

लखनऊ : राजधानी लखनऊ के एसजीपीजीआई हॉस्पिटल में लिवर ट्रांसप्लांट यूनिट की शुरुआत हो चुकी है. मंत्री सुरेश खन्ना ने मंगलवार शाम हेपेटोलाॅजी विभाग का उद्घाटन किया. कार्यक्रम की शुरुआत देवी सरस्वती के दीप प्रज्वलन के साथ की गई. एसजीपीजीआई के निदेशक प्रोफेसर आर के धीमन ने कहा कि यह हेपेटोलाॅजी विभाग के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में इसकी शुरुआत सबसे पहले एसजीपीजीआई में की गई है.

एसजीपीजीआई में खुला हेपेटोलॉजी विभाग
एसजीपीजीआई में खुला हेपेटोलॉजी विभाग
आत्मनिर्भरता के लिए संस्थान खुद करें पहल
मुख्य सचिव आलोक कुमार ने कहा कि हमें उत्तर प्रदेश में ऐसी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की आवश्यकता है, जिसके जरिए उत्तर प्रदेश में रहने वाले किसी भी व्यक्ति को इलाज के लिए दूसरे राज्यों में न जाना पड़े. उन्होंने कहा कि राज सरकार सहायता के मामले में संगठनों का समर्थन करने के लिए हमेशा मौजूद है, लेकिन संस्थान को आत्मनिर्भरता के कुछ तरीके के बारे में भी खुद से पहल करनी चाहिए.
एसजीपीजीआई में खुला हेपेटोलॉजी विभाग
एसजीपीजीआई में खुला हेपेटोलॉजी विभाग
इंस्टिट्यूट ऑफ लिवर एंड बायरी साइंसेज नई दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर शिव कुमार सरीन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बताया कि शराब के सेवन से लीवर पर गहरा असर पड़ रहा है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि हेपेटाइटिस-बी और सी के कारण यकृत की बीमारियां पैदा हो रही हैं. शराब के अत्यधिक सेवन से लीवर फैटी हो रहा है. फैटी लीवर से कई तरह की बीमारियां हो रही हैं. जिसमें मधुमेह, उच्च रक्तचाप, पित्त पथरी और लीवर कैंसर शामिल है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उन्होंने कहा कि गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और हेपैटोलाॅजी विभाग के संयुक्त प्रयासों से हार्ट की बीमारियों की रोकथाम और उपचार के लिए व्यापक कार्यक्रम किया जाएगा. उत्तर प्रदेश में हेपेटाइटिस विभाग की अत्यधिक आवश्यकता है.

लखनऊ : राजधानी लखनऊ के एसजीपीजीआई हॉस्पिटल में लिवर ट्रांसप्लांट यूनिट की शुरुआत हो चुकी है. मंत्री सुरेश खन्ना ने मंगलवार शाम हेपेटोलाॅजी विभाग का उद्घाटन किया. कार्यक्रम की शुरुआत देवी सरस्वती के दीप प्रज्वलन के साथ की गई. एसजीपीजीआई के निदेशक प्रोफेसर आर के धीमन ने कहा कि यह हेपेटोलाॅजी विभाग के लिए एक बड़ी उपलब्धि है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में इसकी शुरुआत सबसे पहले एसजीपीजीआई में की गई है.

एसजीपीजीआई में खुला हेपेटोलॉजी विभाग
एसजीपीजीआई में खुला हेपेटोलॉजी विभाग
आत्मनिर्भरता के लिए संस्थान खुद करें पहल
मुख्य सचिव आलोक कुमार ने कहा कि हमें उत्तर प्रदेश में ऐसी स्वास्थ्य देखभाल प्रणाली की आवश्यकता है, जिसके जरिए उत्तर प्रदेश में रहने वाले किसी भी व्यक्ति को इलाज के लिए दूसरे राज्यों में न जाना पड़े. उन्होंने कहा कि राज सरकार सहायता के मामले में संगठनों का समर्थन करने के लिए हमेशा मौजूद है, लेकिन संस्थान को आत्मनिर्भरता के कुछ तरीके के बारे में भी खुद से पहल करनी चाहिए.
एसजीपीजीआई में खुला हेपेटोलॉजी विभाग
एसजीपीजीआई में खुला हेपेटोलॉजी विभाग
इंस्टिट्यूट ऑफ लिवर एंड बायरी साइंसेज नई दिल्ली के निदेशक प्रोफेसर शिव कुमार सरीन ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बताया कि शराब के सेवन से लीवर पर गहरा असर पड़ रहा है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि हेपेटाइटिस-बी और सी के कारण यकृत की बीमारियां पैदा हो रही हैं. शराब के अत्यधिक सेवन से लीवर फैटी हो रहा है. फैटी लीवर से कई तरह की बीमारियां हो रही हैं. जिसमें मधुमेह, उच्च रक्तचाप, पित्त पथरी और लीवर कैंसर शामिल है. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए उन्होंने कहा कि गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, सर्जिकल गैस्ट्रोएंटरोलॉजी और हेपैटोलाॅजी विभाग के संयुक्त प्रयासों से हार्ट की बीमारियों की रोकथाम और उपचार के लिए व्यापक कार्यक्रम किया जाएगा. उत्तर प्रदेश में हेपेटाइटिस विभाग की अत्यधिक आवश्यकता है.
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