लखनऊ : लखनऊ के वजीरगंज में बिल्डर और सरकारी विभागों की मिलीभगत सामने आई है. एलडीए और खनन विभाग की मिली भगत से बिल्डर रईस अहमद और सिराज अहमद ने आठ माह पहले 20 फीट गहरा बेसमेंट खोद डाला. अब बारिश के कारण इसमें पानी भर गया है. इससे यहां के कई मकानों के गिरने की आशंका बनी हुई है. इसके चलते लोगों में दहशत में है. लखनऊ पुलिस कमिश्नर के हस्तक्षेप के बाद वजीरगंज पुलिस ने बिल्डर सिराज पर एफआईआर दर्ज की गई.
गौरतलब है कि वजीरगंज में रिहायशी भूखंड की जमीन पर अवैध निर्माण करने के लिए यह बेसमेंट खोदा जा रहा था. कई बार इस बात की शिकायत लखनऊ विकास प्राधिकरण पुलिस अधिकारियों से की गई. इसके बावजूद बिल्डर के प्रभाव के चलते कोई कार्रवाई नहीं हुई. अब बारिश का पानी भरने की वजह से मिट्टी धंसनी शुरू हो गई है. इसके बाद से लोग दहशत में हैं. स्थानीय नागरिक मुन्ना ने बताया कि बहुत बड़ा खतरा खड़ा हो गया है, मकान ढह सकते हैं. बिल्डर के अवैध निर्माण पर ध्यान नहीं दिया गया. लखनऊ विकास प्राधिकरण के अधिकारी भी आंख मूंदे हुए हैं.
एलडीए की जांच सामने आए तथ्य : वजीरगंज में गुईन रोड पर कथक संग्रहालय के बगल में सिराज अहमद, रईस अहमद व अन्य द्वारा भूखण्ड संख्या-177/97 एवं 177/98 (कुल क्षेत्रफल लगभग 782 वर्गमीटर) पर लगभग 4000 वर्गफिट क्षेत्रफल में बेसमेंट के निर्माण के लिए खुदाई का कार्य कुछ माह पूर्व से कराया जा रहा था. प्रवर्तन जोन-6 की टीम द्वारा स्थलीय निरीक्षण किये जाने पर निर्माणकर्ताओं द्वारा मौके पर कोई स्वीकृत मानचित्र प्रस्तुत न करने पर 01.03.2023 को मुकदमा दायर किया गया था. एलडीए प्रवर्तन जोन-6 के सहायक अभियंता लल्लन प्रसाद द्वारा निर्माणकर्ताओं को इस आशय से नोटिस दी गई कि बेसमेंट के लिए खोदे गए गड्ढे को बरसात के मद्देनजर भरवा दिया जाए. वरना गड्ढे में बारिश का पानी भरने से आस-पास के मकानों के गिरने व जानमाल के नुकसान का खतरा हो सकता है. नोटिस पर निर्माणकर्ताओं द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई और गड्ढे को नहीं भरवाया गया. बुधवार सुबह लगभग 11ः00 बजे बारिश होने के कारण गड्ढे में पानी भर गया एवं गड्ढे के एक तरफ बनी दीवार गिर गई. इससे उसके आसपास पूर्व से निर्मित कुछ मकानों के गिरने एवं जनहानि की आशंका हुई.
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