लखनऊः कोरोना संक्रमण के चलते कार्यक्रमों के लिए बुक किये गए गेस्ट हाउस पर भी खतरा मंडराने लगा है. लखनऊ प्राधिकरण भी कोरोना संक्रण से होने वाले नुकसान को कम करने के सारे तरीकों पर विचार कर रहा है. इसलिए एलडीए ने वीआईपी गेस्ट हॉउस इंद्रा गांधी प्रतिष्ठान समेत लखनऊ के 2 दर्जन से अधिक सामुदायिक केंद्र के नियम बदल दिए हैं. अगर आयोजक कार्यक्रम के ठीक 7 दिन पहले अपनी बुकिंग कैंसिल करता है तो उसे जमा किया शुल्क नहीं वापस नहीं होगा. बता दें कि लखनऊ विकास प्राधिकरण को हर वर्ष इन सामुदायिक केंद्रों से करोड़ों रुपये की आमदनी होती है.
कोविड प्रोटोकाल से पशोपेश में जनता
कोरोना संक्रमण के कारण जनता भी असमंजस में है. क्योंकि मांगलिक कार्यक्रमों में मेहमानों की सूची काफी लंबी रहती है और जिसके लिए बड़े सामुदायिक केंद्र बुक किये जाते हैं. लेकिन कोविड प्रोटोकाल के तहत अयोजक ज्यादा मेहमानों को बुला भी नहीं सकता, जिसकी वजह से गेस्ट हाउस और सामुदायिक केंद्रों की बुकिंग कैंसिल हो रही है. यही वजह है कि खनऊ विकास प्राधिकरण ने स्थिति को देखते हुए अपने सामुदायिक केंद्रों की बुकिंग के नियमों को बदल दिया है.
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सामुदायिक केंद्र की बुकिंग निरस्त करने इतना शुल्क कटेगा
- आयोजन तिथि से 30 दिन पहले : आरक्षण शुल्क का 30% पैसा कटेगा.
- आयोजन तिथि से 20 दिन पहले : आरक्षण शुल्क का 40% पैसा कटेगा.
- आयोजन तिथि से 15 दिन पहले : आरक्षण शुल्क का 50% पैसा कटेगा.
- आयोजन तिथि से 10 दिन पहले : आरक्षण शुल्क का 60% पैसा कटेगा.
- आयोजन तिथि से 7 दिन पहले : आरक्षण शुल्क का 100 फीसदी पैसा कटेगा.