लखनऊः विधानसभा चुनाव 2022 से उत्तर प्रदेश में कदम जमाने का सपना देख रही आम आदमी पार्टी (AAP) के प्यादे बिखरने लगे हैं. पार्टी के लखनऊ कैंट विधानसभा प्रभारी व प्रत्याशी दुर्गेश सिंह दीपू ने न केवल अपनी टिकट वापस किया बल्कि, पार्टी की सदस्यता भी छोड़ दी है. दुर्गेश ने अपना पत्र पार्टी के प्रदेश प्रभारी को भेज दिया है. अभी तक जोर शोर से चुनाव की तैयारी में लगे प्रत्याशी के पार्टी छोड़ने पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं.
दुर्गेश सिंह दीपू का कहना है कि वह करीब आठ से दस महीने पहले ही पार्टी से जुड़े थे. कोरोना काल में आम आदमी पार्टी के लिए काम किया. पार्टी के नाम पर घर-घर जाकर दवाएं और दूसरे जरूरी सामान बांटे. पार्टी के लिए हमेशा से खड़े थे लेकिन, यहां पार्टी के पदाधिकारी लगातार धमकियां देते हैं.
हर दूसरे दिन एक नया काम बताया जाता है. काम के साथ धमकियां दी जाती हैं कि अगर नहीं हुआ तो टिकट काट दिया जाएगा. दुर्गेश का कहना है कि वह इस हालत में काम नहीं कर सकते.
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बता दें, आम आदमी पार्टी ने यूपी की सभी 403 विधानसभा सीट पर अपने प्रत्याशी उतारने की घोषणा की है. पार्टी के प्रदेश प्रभारी सांसद संजय सिंह की ओर से बीते कुछ दिनों में करीब 170 सीट पर विधानसभा प्रभारी/प्रत्याशियों के नामों की घोषणा की जा चुकी है.
खास बात यह है कि इस सूची में कई नए नामों को मौका दिया गया है. पार्टी की तरफ से दुर्गेश सिंह दीपू को पहले ही चरण में घोषित सूची में जगह दी गई थी.
चयन पर भी उठ रहे सवाल
आम आदमी पार्टी की ओर से विधानसभा 2022 में नए चेहरों पर दांव लगाया जा रहा है. इसमें, कई ऐसे प्रत्याशी/प्रभारी भी हैं जिनको राजनीति का कहीं कोई अनुभव नहीं है. कोई जनाधार नहीं है.
हालांकि, अभी तक सिर्फ विकास की बात करने वाली आम आदमी पार्टी में भी जातीय समीकरणों पर खूब जोर दिया जा रहा है.
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