लखनऊ : पिछले साल लॉकडाउन के बाद जब शराब की दुकानें खुली थीं तो प्रदेश सरकार ने शराब पर सेस लगाया था. अब एक बार फिर सरकार ने अंग्रेजी शराब पर 10 से लेकर 40 रुपये तक कोविड सेस लगा दिया है. सरकार ने आबकारी नीति 2021-22 में संशोधन करते हुए विशेष अतिरिक्त कोविड सेस लगाया है. उत्तर प्रदेश आबकारी विभाग ने अपनी नीति में संशोधन किया है. जिसके बाद अब शराब की 90ml की कांच की बोतल भी बेची जाएगी, जिस पर 10 कोविड सेस लगाया गया है. कांच की बोतलों पर इस तरह की सेस से सरकार के राजस्व में बढ़ोतरी भी होगी.
कांच की बोतल में होगी बिक्री
आबकारी नीति 2021-22 में हुए संशोधन के मुताबिक, प्रदेश में अब विदेशी शराब के साथ-साथ देसी शराब की आपूर्ति कांच की बोतलों में की जाएगी. साथ ही रेगुलर केटेगरी की शराब पर प्रति 90 एमएल 10 रुपये कोविड सेस लगाया गया है. इसी तरह प्रीमियम केटेगरी की शराब पर प्रति 90 एमएल 10 रुपए बढ़ोतरी की गई है. सुपर प्रीमियम पर प्रति 90 एमएल 20 रुपये, स्कॉच पर प्रति 90 एमएल 30 रुपये और विदेशों से आयातित शराब पर प्रति 90 एमएल 40 रुपये कोविड सेस लगाया गया है.
इसी तरह सेना और अर्ध सैनिक बलों को दी जाने वाली पुरानी सुविधा को बहाल कर दिया गया है. अब प्रीमियम श्रेणी से उच्च श्रेणी की शराब की आपूर्ति पर निर्धारित कोविड सेस का 60 फ़ीसदी देना होगा. मौजूदा सत्र में यह व्यवस्था समाप्त कर दी गई थी.
आबकारी विभाग ने शराब के मंहगे होने से किया इंकार
वहीं आबकारी विभाग ने शराब के महंगे होने से इनकार किया है. कैबिनेट में जो निर्णय लिया गया है. वह यूपी में प्रथम बार 90ml की बोतल की बिक्री की अनुमति दी गई है. उसके ऊपर को सेस का निर्धारण किया गया है.विभाग के मुताबिक, 750ml की बोतल पर 80 रुपए, 375ml पर 40 रुपये और 180ml पर 20 रुपये का कोविड सेस पहले ही निर्धारित किया गया था. उसी अनुपात में 90ml की कांच की बोतल पर 10 रुपये का अनुपातिक सेस निर्धारित किया गया है. विभाग के अधिकारियों के मुताबिक, शराब के दाम न पढ़े हैं और न घटे हैं.