लखनऊ: कोरोना महामारी की भयावहता को देखते हुए उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव की 2 मई को प्रस्तावित मतगणना तत्काल स्थगित करने की मांग की गई है. जिससे मतगणना में लगे कर्मचारियों को सुरक्षित किया जा सके. पंचायत चुनाव के दौरान ही काफी संख्या में चुनाव ड्यूटी में लगे कर्मचारी संक्रमित हुए हैं और सैकड़ों की संख्या में कर्मचारियों की मौत भी हुई है.
भयावह स्थिति होने की आशंका
उत्तर प्रदेश इंजीनियर्स एसोसिएशन ने राज्य निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर कोरोना महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए पंचायत चुनाव की मतगणना को स्थगित किए जाने की मांग की है. एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी इंजीनियर आशीष यादव ने आयोग को भेजे पत्र में लिखा है कि पंचायत चुनाव के लिए पोलिंग पार्टियों के रवानगी स्थल एवं मतपेटी जमा किए जाने वाले स्थल और पोलिंग स्थल पर मतदान के लिए काफी संख्या में लोगों के एकत्र होने से कोरोना केस तेज गति से बढ़ रहे हैं. चिकित्सा की समुचित व्यवस्था न हो पाने एवं कोरोना गाइडलाइन का पूर्णंता पालन न होने के कारण अनेक अभियंता कर्मचारी ड्यूटी के दौरान कोरोना वायरस से संक्रमित हुए और कई लोगों की मृत्यु भी हो गई है.
स्थगित हो मतगणना
उत्तर प्रदेश इंजीनियर्स एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी इंजीनियर आशीष यादव ने लिखा है कि ऐसी स्थिति को देखते हुए पंचायत चुनाव की मतगणना में चिकित्सा की समुचित व्यवस्था न हो पाने एवं कर्मचारियों के संक्रमित होने की प्रबल संभावना रहेगी. क्योंकि वर्तमान समय में कोरोना महामारी प्रदेश में भयावह रूप ले चुकी है. ऐसी स्थितियों को देखते हुए एसोसिएशन की मांग है कि पंचायत चुनाव 2021 की 2 मई को होने वाली मतगणना को तत्काल स्थगित करने की कृपा की जाए.
जनस्वास्थ्य की चिंता सबसे पहले करनी होगी
उत्तर प्रदेश इंजीनियर्स एसोसिएशन ने राज्य निर्वाचन आयोग को भेजे पत्र में यह भी लिखा है कि मद्रास हाईकोर्ट ने भी आदेश जारी किया है कि अगर 2 मई को कोविड-19 से जुड़ी गाइडलाइन का पालन करने की योजना के लिए 30 अप्रैल से पहले ब्लू प्रिंट तैयार नहीं किया गया तो कोर्ट मतगणना रोक देगा. कोर्ट ने यह भी कहा है कि जन स्वास्थ सबसे अधिक महत्वपूर्ण है और यह चिंताजनक है कि संवैधानिक अधिकारियों को यह याद दिलाना पड़ता है. इन परिस्थितियों को देखते हुए उत्तर प्रदेश में भी पंचायत चुनाव की मतगणना तत्काल स्थगित किया जाना जनहित में आवश्यक है.