लखनऊ: राजधानी में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं. केजीएमयू के 12 डॉक्टरों समेत अन्य स्टाफ कोरोना संक्रमण की चपेट में आ गए हैं. केजीएमयू में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए अस्पताल की ओपीडी सेवा पर रोक लगा दी गई. बुधवार से ऑनलाइन ओपीडी सेवा शुरू की गई, जिससे मरीजों को किसी तरह की दिक्कत न हो. कुलपति जनरल डॉ. बिपिन रावत ने सभी विभागों की ओपीडी की समीक्षा की. समीक्षा के बाद इमरजेंसी विभाग को छोड़कर अन्य सभी विभाग की ओपीडी सुविधाएं 12 अप्रैल तक बंद कर दी गईं हैं. केजीएमयू में 30 लाइनों की ई-संजीवनी डिजिटल ओपीडी 12 अप्रैल से सुचारू रूप से शुरू की जाएगी.
अस्पताल में शुरू होगी ई-संजीवनी प्रणाली
मेडिकल कॉलेज में सीबीएसई और एनएचएम के साथ मिलकर ई-संजीवनी प्रणाली शुरू की जा रही है. ई-संजीवनी प्रणाली से मरीज घर बैठे सीधे अपनी पसंद के कंसल्टेंट और डॉक्टरों से उचित परामर्श ले सकेंगे. इस प्रणाली के माध्यम से डॉक्टर प्रतिदिन लगभग 25 से 50 मरीजों को अपने कार्यालय में ऑनलाइन परामर्श देंगे.
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ऑनलाइन होगा पंजीकरण
केजीएमयू की डिजिटल ओपीडी में डॉक्टर से परामर्श लेने के लिए मरीज को सबसे पहले ऑनलाइन पंजीकरण कराना होगा. पंजीकरण कराने के लिए मरीज को पहचान पत्र के साथ कोविड-19 नेगेटिव रिपोर्ट दिखाना होगा.