लखनऊ: किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय (केजीएमयू) के पूर्व छात्रों ने अपने विश्वविद्यालय की मदद के लिए एक समूह बनाया है. ये छात्र विभिन्न चिकित्सा क्षेत्रों में अंतर्राष्ट्रीय विशेषज्ञ के पद पर हैं. उन्होंने विश्वविद्यालय के साथ-साथ देश की मदद के लिए भी पहल की है.
हार्वे रिसर्च इंस्टिट्यूट से हैं संस्थापक अध्यक्ष
विलियम हार्वे रिसर्च इंस्टीट्यूट से जुड़े प्रो. धर्मेंद्र कुमार ने समूह बनाने की पहल की है. जबकि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. विपिन पुरी इसके अध्यक्ष होंगे. इसके अलावा इस समूह में बार्ट्स व लंदन स्कूल ऑफ मेडिसिन, क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी ऑफ लंदन, यूके से भी विशेषज्ञ जुड़ेंगे.
यह समूह कोविड -19 संकट का एक आपातकालीन उपाय है. समूह का उद्देश्य केजीएमयू और संबद्ध गांधी मेमोरियल और एसोसिएटेड अस्पतालों में मरीजों और परिवारों की देखभाल में लगे साथी चिकित्सकों और स्वास्थ्य पेशेवरों का सहयोग करना है. समूह में सार्स-सीओवी-2, कोविड-19 महामारी से जुड़ी बहु-प्रणाली अभिव्यक्तियों और जटिलताओं के विभिन्न पहलुओं के विशेषज्ञ शामिल हैं. समूह व्यक्तिगत मामले के आधार पर सलाह और सहायता करेगा. यह समूह संयुक्त बहु-विशेषज्ञ परामर्श भी प्रदान करेगा.
चिकित्सकों का करेंगे सहयोग
सहायता समूह का अंतिम कर्तव्य प्रत्यक्ष रोगी के देखभाल के लिए जिम्मेदार चिकित्सक या स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर के साथ सहयोग करना है. यह उम्मीद है कि इस समूह के सहयोग से चिकित्सा विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश में कोविड रोगियों के प्रबंधन के क्षेत्र में और अधिक उन्नति करेगा.