लखनऊ : प्रदेश के कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय (केजीवीबी) में अब बेहतर रिजल्ट नहीं देने वाले शिक्षकों को विभाग की तरफ से बड़ी कार्रवाई करने के बात कहीं है. विभाग की तरफ से जुलाई में सभी केजीवीबी में आयोजित हुए निपुण असेसमेंट टेस्ट के बाद प्रदेश के कई जिलों के कस्तूरबा गांधी विद्यालयों का परफॉर्मेंस काफी खराब रही है. जिसके बाद अब विभाग विद्यालयों के शिक्षा की क्वालिटी पर लगातार नजर रखने की तैयारी शुरू कर दी है.
जुलाई के दूसरे सप्ताह में प्रदेश के सभी 746 केजीवीबी में निपुण असेसमेंट टेस्ट का आयोजन हुआ था. जिसमें लखनऊ का बीकेटी स्थित कस्तूरबा विद्यालय की छात्रों का प्रदर्शन सबसे बेहतर रहा था. इस विद्यालय की छात्रा प्रदेश भर की जारी सूची में टॉप टेन में जगह बनाने में कामयाब रही थी. चिनहट का कस्तूरबा विद्यालय प्रदेश के फेल केजीबीवी की सूची में शामिल रहा था. निपुण असेसमेंट टेस्ट में 10 हजार बालिकाओं ने 90 फीसदी से ज्यादा नंबर हासिल किए थे. करीब 10 हजार छात्र ऐसी भी थी जिन्हें से 39 फीसदी ही अंक हासिल किए हैं. इस परिणाम को देखने के बाद बेसिक शिक्षा विभाग अब इन विद्यालयों में काम कर रहे सभी शिक्षकों कोअगले परीक्षा में बेहतर परिणाम लाने का टारगेट दिया है. अगर इन छात्राओं का परिणाम बीते परिणाम की तरह रहता है तो यहां के शिक्षकों का कॉन्ट्रैक्ट विभाग की तरफ से समाप्त कर दिया जाएगा और यह शिक्षक फिर कभी दोबारा किसी भी कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में पढ़ने के लिए योग नहीं होंगे.
746 में से 48 विद्यालयों का परिणाम बहुत ही खराब रहा
बेसिक शिक्षा विभाग की ओर से प्रदेश के 746 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों में निपुण एसेसमेंट टेस्ट का परिणाम की समीक्षा की गई. बेसिक शिक्षा विभाग में पाया कि प्रदेश में 48 केजीबी ऐसे हैं जहां पर छात्राओं ने जीरो अंक से लेकर 14 अंक तक के नंबर प्राप्त किए हैं. 32 विद्यालय ऐसे हैं जहां पर छात्राएं 50 या 90 के बीच में अंक लाने में सफल रहे हैं. विभाग उन 48 कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालयों के शिक्षकों को नोटिस जारी करने जा रहा है जहां की छात्राओं की परफॉर्मेंस काफी खराब रही है. इन सभी विद्यालयों के शिक्षकों पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी. विभागीय अधिकारियों की मानें तो ऐसे शिक्षकों को बुलाकर उनका पक्ष रखने का एक मौका देगी. लखनऊ की बात करें तो बीकेटी स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में 81 में से 66 बालिकाओं को 90 फीसदी से ज्यादा नंबर मिले हैं. चिनहट स्थित कस्तूरबा गांधी विद्यालय में 83 बालिकाएं में से 44 बालिकाएं शून्य नंबर ही प्राप्त कर सकी.
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