कानपुर : देश भर के लाखों किसान अपनी खेती को लेकर पूरी तरीके से मौसम पर ही निर्भर रहते हैं. मौसम को देखते हुए ही वह फसलों के बुआई करते हैं और तय समय पर फसलों की कटाई भी की जाती है. फसलों को कब बारिश से बचाना है? कब बहुत अधिक गर्मी से बचाना है या फिर सर्दी या पाला की मार से बचाना है. इसकी जानकारी किसानों को मौसम की मदद से ही मिलती है. इसके लिए कानपुर के चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए विवि) के वैज्ञानिकों ने कानपुर समेत 22 जिलों के लिए फार्मर सर्विस पोर्टल तैयार कराया है. इस सर्विस पोर्टल के माध्यम से किसानों को खेती से जुड़ी सभी समस्याओं का समाधान भी जाना जा सकता है.
एसएमएस से पहुंचेगी सूचना वाट्सएप ग्रुप भी तैयार: चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के शोध निदेशक डॉ. पीके सिंह ने बताया कि विश्वविद्यालय द्वारा पहली बार किसानों की समस्याओं को हल करने के लिए उन्हें फार्मर सर्विस पोर्टल की मदद से वैज्ञानिकों से सीधे जोड़ा जा रहा है. किसानों के पंजीकृत नंबर पर सर्विस पोर्टल पर रजिस्टर कराया जाएगा. इसके बाद जिलेवार वाट्सएप ग्रुप बना रहे हैं. इसमें वैज्ञानिक और किसान दोनों ही मौजूद रहेंगे.
वैज्ञानिकों द्वारा समय-समय पर मौसम को देखते हुए एडवाइजरी भी जारी की जाएगी. इसकी मदद से किसान अपनी खेती में उसका उपयोग कर सकेंगे. वहीं अगर किसानों को किसी तरीके की समस्या आ रही है तो किसान भी मौके से ही अपनी खेती संबंधी दिक्कतों को वैज्ञानिकों से पूछ सकेंगे. यही नहीं अब हर शुक्रवार और मंगलवार को फार्मर सर्विस पोर्टल से ही किसानों को मौसम की पूरी जानकारी एसएमएस के माध्यम से भी भेजी जाएगी. विश्वविद्यालय की ओर से दिसंबर में फार्मर सर्विस पोर्टल को तैयार कर विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर अपलोड कर दिया गया है.