लखनऊ: किसी भी सरकार में कभी भी ट्रांसफर पॉलिसी आई हो, लेकिन रसूखदारों का जलवा हर सरकार में कायम रहा. ऐसा ही एक रसूखदार जेई राजधानी में भी तैनात है. इस जेई पर योगी सरकार की भी ट्रांसफर पॉलिसी का कोई फर्क नहीं है. इस बार की तबादला नीति आने से पहले ही उसने जुगाड़ और अपने रसूख का इस्तेमाल करना शुरू कर दिया है. जिससे पहले की तरह कुर्सी पर उसका ही कब्जा बरकरार रहे. राजधानी के राजाजीपुरम स्थित जल संस्थान में रसूखदार जेई राजेश कपूर करीब 20 वर्षों से एक ही स्थान पर कार्य कर रहे हैं.
आखिर कब होगी कार्रवाई
- पूरा मामला राजाजीपुरम स्थित जल संस्थान विभाग की है, जहां अन्य विभागों में भ्रष्टाचार कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है.
- वहीं करीब 20 साल से एक ही स्थान पर तैनात राजेश कपूर के खिलाफ कोई भी अधिकारी कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं.
- राजेश कपूर के खिलाफ विभाग के कर्मचारियों ने भी मोर्चा खोल दिया है.
- कर्मचारी संतराम ने बताया कि 1990 में राजेश कपूर दैनिक वेतन पर भर्ती किए गए थे, 2011 में परमानेंट हुए.
- अभी जल्द ही शासनादेश हुआ है कि कर्मचारी से पद के ऊपर काम नहीं लिया जाएगा.
राजेश कपूर की नियुक्ति पंपिंग स्टेशन सुपरीटेंडेंट (पीएसएस) पद पर की गई थी. अपने रसूख के चलते राजेश कपूर जेई के पद पर कार्य कर रहे हैं. ऊंची पहुंच रखने वाले राजेश पर कोई भी अधिकारी कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है.
-संतराम, कर्मचारी, जल संस्थान
बरसात का मौसम चल रहा है. विभाग में कर्मचारियों की कमी है. केवल राजेश कपूर का ही प्रकरण नहीं है. अन्य लोगों को भी समायोजित कर कार्रवाई की जाएगी.
-एसके वर्मा, जीएम, जल संस्थान