लखनऊ : उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग में प्रमुख अभियंता अनिल कुमार सिंचाई विभाग, जल संसाधन के प्रमुख अभियंता, विभागाध्यक्ष बनाए गए हैं. सिंचाई विभागाध्यक्ष नरेश चंद्र उपाध्याय 31 मार्च को हो रहे रिटायर हो रहे हैं. जिसके बाद में अनिल कुमार का पदभार संभाल लेंगे. सिंचाई विभाग में इस बदलाव की अधिसूचना की जा चुकी है. इसके बाद में सिंचाई विभाग में आने वाले समय में और भी बड़े परिवर्तन नजर आएंगे. दूसरी ओर राज्य सरकार ने अपने दूसरे कार्यकाल का 1 साल पूरा होने के अवसर पर सिंचाई विभाग की भी कामयाबियां गिनाई हैं.
पिछले 6 साल की उपलब्धियां : सरकार की ओर से जारी विज्ञप्ति में पिछले 6 साल में सिंचाई विभाग के तहत मिली उपलब्धियों को गिनाया है. बाढ़ से बचाव हेतु 266 परियोजनाएं पूर्ण. 36 सिंचाई परियोजनाएं पूरी हुई 23.04 लाख हे. अतिरिक्त सिंचन क्षमता सृजित. 2 लाख 51 हजार 287 किमी नहरों की सिल्ट सफाई. 62 जिलों में 842 करोड़ रु. से 2100 नये नलकूपों का निर्माण. 6000 राजकीय नलकूपों का आधुनिकीकरण । 1960 नवीन राजकीय नलकूपों का निर्माण तथा 1045 खराब राजकीय नलकूपों का पुनर्निर्माण. 150 करोड़ से कानपुर देहात की उमरहट पम्प नहर परियोजना पूरी हुईं. 350 करोड़ रुपये से 25050 पुल-पुलियों का जीर्णोद्धार, पुनर्निर्माण और नवनिर्माण किया गया.
इसके अलावा बुंदेलखंड में बडवार झील को गुरसराय मुख्य नहर के किमी. 45.66 से फीडर चैनल का निर्माण किया गया. नमामि गंगे कार्यक्रम में रु. 12742.28 करोड़ की 55 सीवरेज परियोजनाएं स्वीकृत की गईं. 28 परियोजनाएं पूर्ण, 17 परियोजनाएं निर्माणाधीन तथा 10 परियोजनाएं प्रक्रियाधीन हैं. हर घर नल योजना में 35494 ग्रामों में पाइप लाइन । 84.13 लाख घरों में नल कनेक्शन दिया गया है. 119 सीवरेज शोधन संयंत्रों का निर्माण कर 3667 एम. एल. डी. का शोधन किया जा रहा है. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई एवं मुख्यमंत्री लघु सिंचाई योजना में 737977 बोरिंग / उथले नलकूप, 4209 गहरी बोरिंग एवं 12100 मध्यम बोरिंग का कार्य पूर्ण । अटल भूजल योजना में भू-जल प्रबन्धन हेतु 26 विकास खण्ड चयनित किया गया है.
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