लखनऊ: सरोजनीनगर इलाके के एक युवक ने एक चौकी प्रभारी सहित तीन पुलिसकर्मियों पर अवैध वसूली के रुपये न देने पर मारपीट का आरोप लगाया था. पीड़ित का आरोप था कि अवैध वसूली के लिए पुलिसकर्मियों ने उसे करीब 12 घंटे तक पुलिस चौकी में बंधक बनाये रखा. उसकी लोहे की राड से पिटाई की. स्थानीय पुलिस से शिकायत के बाद भी जब कोई कार्रवाई नहीं हुई, तो पीड़ित ने सोशल मीडिया पर अपना वीडियो अपलोड कर दिया. ये वीडियो सामने आने के बाद मामले की जांच शुरू हुई और दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया.
एसीपी कृष्णा नगर विनय कुमार द्विवेदी ने मामले की जांच करते हुए जांच रिपोर्ट डीसीपी को सौंपी. इस पर संज्ञान लेते हुए डीसीपी ने रविवार को चौकी पर तैनात एसआई और एक कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया. युवक का नाम सुधीर मौर्य है. वीडियो में उसने बताया कि वह सरोजनीनगर के बदालीखेड़ा में रहने वाले एक कान्ट्रेक्टर के पास केयरटेकर का काम करता है. सुधीर मौर्य का आरोप है कि बदालीखेड़ा क्षेत्र में मकानों के निर्माण के दौरान वह सड़क पर मौरंग या बालू गिरा देता था. इसके चलते स्थानीय पुलिसकर्मी उससे अवैध वसूली करते थे. एक दिन अचानक सरोजनीनगर थाने की बदालीखेड़ा पुलिस चौकी पर तैनात सिपाहियों ने उसे रात 10 बजे चौकी बुलाया. उस पर हवाला कारोबार करने का आरोप लगाया और छह लाख देने के लिए कहा.
जब सुधीर ने कहा कि वो हवाला कारोबार नहीं करता और अवैध वसूली की रकम देने से मना कर दिया, तो पुलिसकर्मियों ने पहले लात-घूसों से मारा और फिर लोहे की राड से उसकी पिटाई की. पीड़ित का आरोप है कि बदालीखेड़ा पुलिस चौकी पर तैनात सिपाही रवि और दरोगा दिनेश कुमार यादव ने उसे रात दस बजे चौकी बुलाया था. हवाला कारोबार करने का आरोप लगाकर छह लाख रुपये मांगे थे. जब उसने यह रकम देने से मना कर दी, तो पुलिसकर्मी देवेन्द्र सिंह ने उसके साथ गाली-गलौज की. सिपाही रवि और दरोगा दिनेश कुमार यादव ने उसे लोहे की राड से जमकर पीटा था.
लखनऊ में सब इंस्पेक्टर और कांस्टेबल सस्पेंड (sub inspector and constable suspended in Lucknow) किये जाने के मामले में एसीपी कृष्णानगर विनय कुमार द्विवेदी का कहना है कि चौकी पर तैनात एसआई दिनेश कुमार यादव और कांस्टेबल रवि कुमार प्रथम दृष्टया दोषी पाए गए थे. इस कारण दोनों को रविवार को सस्पेंड कर दिया गया. विभागीय कार्रवाई भी की जाएगी. मामले की जांच की जा रही है.