लखनऊ : राजधानी लखनऊ के डीएम अभिषेक प्रकाश ने कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच करने वाले लोगों के परिचय पत्र देखने का निर्देश जारी किया है. अब लोगों में कोरना संक्रमण की जांच करने से पहले उनका परिचय पत्र देखा जाएगा. डीएम ने सीएमओ के साथ-साथ सभी प्राइवेट और सरकारी लैब को भी यह आदेश दिया है कि कोरोना जांच करने से पहले पीड़ितों के परिचय पत्र की जांच की जाए. इस फैसले के बाद अब आधार कार्ड, डीएल, पासपोर्ट, वोटर आईडी देखने के बाद ही उनगी जांच की जाएगी.
लापरवाह भेजे जाएंगे जेल
डीएम ने निर्देश दिए कि किसी के कोविड-19 पॉजिटिव पाए जाने के बाद भर्ती नहीं कराया गया, तो जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी. इसको लेकर डीएम ने सभी उप जिलाधिकारी, अपर नगर मजिस्ट्रेट, नगर निगम के जोनल अधिकारियों को निर्देश जारी किए गए हैं. उन्होंने कहा कि अगर किसी अधिकारी के क्षेत्र में एक भी कोविड-19 संक्रमित मरीज मिलता है, तो जिम्मेदार अधिकारी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की होगी.
लॉकडाउन के सभी नियमों का कराएं पालन
डीएम अभिषेक प्रकाश ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान सभी नियमों का पालन कराया जाए. उन्होंने कहा कि कोविड-19 संक्रमण को रोकने के लिए जांच, संपर्क में आए लोगों की जानकारी, अस्पताल प्रबंधन और कंटेंनमेंट जोन आदि गतिविधियों में लगाए गए अधिकारी और कर्मचारी किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतेंगे. अगर लापरवाही पाई गयीतो उन्हें सीधे जेल भेजा जाएगा.
डीएम अभिषेक प्रकाश ने सीएमओ को निर्देश जारी करते हुए कहा कि अब से कोविड-19 की जांच करने से पहले संबंधित व्यक्ति का परिचय पत्र अवश्य जांचा जाएगा.