लखनऊ : राजधानी में सरकारी विभागों का अजीबों-गरीब कारनामा सामने आया है. पूर्व में कोरोना संक्रमित परिवार को अस्पताल में भर्ती किया गया था. वह कुछ दिन में ठीक होकर वापस घर आ गए थे. उनके होम क्वारंटाइन का समय भी पूरा हो गया, लेकिन जब मरीज पूरी तरह से स्वस्थ होकर घर पहुंचे, तब सरकारी महकमा जागा और संक्रमित पाए गए घर को ही सील कर दिया.
राजधानी में कोरोना मरीज को अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद उसका घर सील कर दिया गया. दरअसल बीते 14 जुलाई को केशव नगर निवासी एक व्यक्ति के परिवार में पांच लोग कोरोना संक्रमित पाए गए थे. स्वास्थ्य विभाग के अफसरों ने पॉजिटिव रोगियों को अस्पताल में भर्ती कराया था. जहां 8 दिनों तक भर्ती रहने के बाद सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई थी. इसके बाद 7 दिन होम क्वारंटाइन का समय भी परिवार ने पूरा कर लिया. इस दौरान नगर निगम व जिला प्रशासन ने संक्रमित मरीज के घर को सील नहीं कराया. जब मरीज पूरी तरह से ठीक हो गए तो उनके घर को सील कर दिया गया.
वहीं पीड़ित परिवार ने क्वारंटाइन का समय भी पूरा कर लिया है. आरोप है कि अफसरों ने पूर्व में पॉजिटिव पाए गए रोगी के घर के सामने ही बल्ली लगाकर घर सील कर दिया है. परिवार के लोग सुबह उठे तो घर के बाहर बल्लियां देख कर परेशान हो गए. पीड़ितों ने सीलिंग खुलवाने के लिए नगर निगम व प्रशासन से गुहार लगाई है, लेकिन अभी तक उनके घर के बाहर बल्लियां लगी हुई हैं.
आरोप है कि बाल महिला सेवा संगठन की महिलाओं के प्रदर्शन के बाद जागे प्रशासन ने हड़बड़ाहट में कोरोना को मात दे चुके परिजनों के घर को सील कर दिया है. हालांकि इस पूरे मामले को लेकर स्वास्थ विभाग, नगर निगम और जिला प्रशासन को जानकारी दे दी गई है.
मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग के नोडल कोरोना वायरस अफसर डॉ. अजय राजासे ने बताया कि स्वास्थ विभाग की तरफ से नगर निगम और जिला प्रशासन को पहले ही सूचना दे दी गई थी.