लखनऊ: सत्र 2023-24 की यूपी में हाईस्कूल और इंटर की बोर्ड परीक्षाओं (UP Board Exams) को लेकर डीआईओएस ने लखनऊ के 136 परीक्षा केंद्रों की सूची जारी कर दी है. डीआईओएस ने परीक्षा केंद्रों की सूची (136 examination centers in Lucknow) वेबसाइट पर अपलोड कर दी है. डीआईओएस ने निर्देश जारी किया है कि परीक्षा केंद्रों के संबंध में किसी छात्र, अभिभावक, प्रधानाचार्य व प्रबंधक को कोई आपत्ति है तो वह 28 नवंबर तक अपनी आपत्तियां दर्ज करा सकता है. आपत्ति का प्रत्यावेदन ऑनलाइन ईमेल boardexam2024.lko@gmail.com पर एवं डीआईओएस कार्यालय में लिखित भी दिया जा सकता है. समय पूरा होने के बाद परीक्षा केंद्र संबंधी किसी भी आपत्ति के लिए विद्यालय स्वयं उत्तरदायी होंगे.
बोर्ड परीक्षा को लेकर डीआईओएस ने बताया कि परीक्षा केंद्रों का निर्धारण ऑनलाइन हुआ है. इस संबंध में परीक्षा केंद्रों की सूची जिलाधिकारी, जिला सूचना विज्ञान अधिकारी को भी भेज दी गई है. राजकीय, एडेड और प्राइवेट स्कूल के प्रधानाचार्य का भी मोबाइल पर सूचित भेजी गई है. आपत्तियों के संबंध में डीआईओएस ने कहा कि प्रत्येक विद्यालय अपने केंद्रों की जानकारी और दूरी का अच्छे से अनुमान लगा लें क्योंकि प्रवेशपत्र पर परीक्षाकेंद्रों के नाम अंकित होने के बाद विद्यालय के केंद्र में बदलाव नहीं होगा.
राजधानी में विद्यालयों के आंकड़े:
कुल परीक्षा केंद्र – 136
राजकीय विद्यालय – 23
अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालय – 67
वित्तविहीन विद्यालय – 46
परीक्षा में बैठने वाले छात्रों की संख्या:
कुल परीक्षार्थी – 1,04,943
हाईस्कूल – 56,587
इंटरमीडिएट – 48,356
बोर्ड प्रैक्टिकल से पहले एडेड स्कूलों से प्रैक्टिकल की रिपोर्ट होगा: अशासकीय सहायता प्राप्त विद्यालयों को प्रैक्टिकल कक्षाओं को लेकर अब आख्या देनी होगी. बोर्ड परीक्षाओं से पहले जिला विद्यालय निरीक्षक राजधानी के सभी 98 एडेड विद्यालयों से प्रैक्टिकल कक्षाओं को लेकर रिपोर्ट तलब करेंगे. एडेड विद्यालयों में प्रैक्टिकल कक्षाओं की रिपोर्ट प्रकाशित होने के बाद डीआईओएस ने यह निर्देश जारी किए हैं. बता दें कि राजधानी के तकरीबन आधे से ज्यादा एडेड स्कूल ऐसे हैं जहां या तो प्रैक्टिकल लैब बंद पड़ी है या फिर विद्यालयों में प्रैक्टिकल कक्षाएं नहीं लग रही हैं.
इन छात्रों को बिना तैयारी के बोर्ड प्रैक्टिकल में भेज दिया जाता है. कई विद्यालय तो ऐसे हैं जहां लैब के लिए अप्रेटस तक मौजूद नहीं है. जिला विद्यालय निरीक्षक लखनऊ राकेश कुमार ने कहा कि सभी एडेड विद्यालयों में लैब को लेकर व्यवस्थाएं सुनिश्चित करना प्रबंधक और प्रधानाचार्य का काम है. प्रधानाचार्य अपने स्तर से प्रत्येक दिन स्टूडेंट्स की प्रैक्टिकल कक्षाएं लगवाएंगे. एडेड विद्यालयों में लैब संबंधी सभी व्यवस्थाओं के लिए प्रबंधक और प्रधानाचार्य जिम्मेदार हैं.
डीआईओएस ने बताया कि वह 25 जनवरी से होने वाले बोर्ड प्रैक्टिकल से पहले एडेड विद्यालयों से प्रैक्टिकल कक्षाएं लगाई गई हैं या नहीं, इस संबंध में रिपोर्ट तलब करेंगे. प्रधानाचार्यों को प्रैक्टिकल कक्षाओं संबंधी रिपोर्ट देनी होगी. विद्यालयों में प्रैक्टिकल नहीं कराये जा रहे हैं तो प्रधानाचार्यों पर कार्रवाई होगी और जवाब तलब किया जाएगा. जिन विद्यालयों में लैब नहीं है या फिर प्रैक्टिकल नहीं कराए गए हैं वहां के छात्रों को दूसरे विद्यालय भेजकर प्रैक्टिकल की तैयारी कराई जाएगी.
प्रैक्टिकल में शिक्षकों के नाम व पदनाम सही अंकित करें: माध्यमिक शिक्षा परिषद सचिव दिब्य कांत शुक्ल ने निर्देश जारी किए हैं कि बोर्ड परीक्षाओं के लिए लगने वाले शिक्षकों की ड्यूटी में शिक्षकों की अर्हता, नाम, विषय कोड व विषय के नाम सही भरे जाएं. नाम व पदनाम एवं अर्हता में गड़बड़ी पाए जाने पर संबंधित स्कूल के प्रधानाचार्य की जिम्मेदारी तय होगी. वहीं, प्रैक्टिकल परीक्षाओं के दौरान जिस विषय की परीक्षा होगी, उस समय संबंधित विषय के शिक्षक की ड्यूटी भी न लगाई जाएं, ऐसे करने पर प्रधानाचार्य के खिलाफ कार्रवाई होगी. केमेस्ट्री के प्रैक्टिकल में केमेस्ट्री को छोड़कर किसी भी अन्य विषय के शिक्षक की ड्यूटी लगेगी. साथ ही एक शिक्षक का विवरण एक से अधिक विद्यालयों से न दिया गया हो.
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