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धनतेरस पर गुलजार दिखा लखनऊ का बाजार, 1700 करोड़ के पार कारोबार

कोरोना की मार झेल रहे बाजारों में धनतेरस के दिन रौनक दिखी. मंगलवार को धनतेरस के दिन लोगों ने जमकर खरीदारी की. रात होते-होत 1700 करोड़ से भी ज्यादा का कारोबार हुआ.

बाजारों में धनतेरस के दिन रौनक दिखी
बाजारों में धनतेरस के दिन रौनक दिखी
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Published : Nov 3, 2021, 11:39 AM IST

लखनऊ: पिछले दो सालों में कोरोना की मार झेल रहे बाजारो में दिवाली त्योहार पर रौनक लौटी है. दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस त्योहार पर राजधानी लखनऊ के बाजार ग्राहकों से गुलजार दिखे. देश में महंगाई चरम पर है, इसके बावजूद लोगों में त्योहार का जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. धनतेरस पर लोगों ने जमकर खरीदारी की.

धनतेरस पर राजधानी के बाजार में रौनक लौटी. बात सोना-चांदी की हो या बर्तन, गाड़ियों के शोरूम की, ग्राहक हर जगह नजर आए. मंगलवार की सुबह से ही लखनऊ की चौक बाजार, अमीनाबाद, उदयगंज, लाटूश रोड जैसे इलाकों में सुबह थोड़ा सन्नाटा रहा, लेकिन दिन ढलने के साथ ही बाजार की तस्वीर बदलने लगी. धीरे-धीरे खरीदारों का जमावड़ा लगने लगा और शाम होते होते इन इलाकों में कदम रखने तक के लिए जगह नहीं रही.

बाजारों में धनतेरस के दिन रौनक दिखी
कारोबारियों की मानें तो पिछले साल की दिवाली और धनतेरस फीकी रही थी. सामान्य वर्षों के मुकाबले भले ही खरीदार कम हो, लेकिन रौनक बढ़ी है. उम्मीद जताई है कि रात होते-होते 1700 करोड़ से ज्यादा का कारोबार हुआ है. इसमें और भी उछाल की उम्मीद है. लखनऊ व्यापार मंडल वरिष्ठ महामंत्री अमरनाथ मिश्र ने बताया कि खील, गट्टा, चूरा से लेकर गणेश लक्ष्मी, सोना चांदी, गाड़ी, जमीन सभी खरीदी बेची जा रही है. धनतेरस पर सबसे ज्यादा सोना चांदी, उसके बाद बर्तन और तीसरा सेक्टर ऑटोमोबाइल की मांग है. फुटपाथ का सारा कारोबार बिना पर्चे के हो रहा है. देर रात तक सिर्फ यही कारोबार 500-600 करोड़ रुपये का रहा. लखनऊ के चौक स्थित जैन सर्राफ के कारोबारी आदीश जैन ने बताया कि दिवाली का त्योहार और शादी का सीजन होने के कारण स्थिति सुधरी है. इसी वजह से बिजनेस भी बढ़ा है. जम्बू कुमार आध्यात्म जैन सर्राफ के सिद्धार्थ जैन ने बताया कि लोग खुलकर खरीदारी कर रहे हैं. सामान्य वर्षों के मुकाबले तो नहीं लेकिन स्थिति बेहतर दिख रही है. उदयगंज के बर्तन कारोबारी शाहीद ने बताया कि दोपहर बाद से बाजार में रौनक लौट आई है. अच्छी खरीदारी देखने को मिली है. 2020 की दीपावली के मुकाबले 60 से 70 प्रतिशत तक अधिक कारोबार की उम्मीद है. इस बार धनतेरस में ऑटोमोबाइल सेक्टर ने लोगों को काफी मायूस किया. शोरूम पर वाहन लेने पहुंचे खरीदारों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा. मांग के अनुरूप आपूर्ति न होने के कारण यह स्थिति देखने को मिली. चारबाग स्थित हुंडई शोरूम के सुनील कालरा ने बताया कि आपूर्ति न होने के कारण लोगों को काफी मायूसी हुई है. खरीदार वापस लौट रहे हैं.

इसे भी पढ़ें-जानिए अयोध्या के लिए कितना खास है दीपों का यह त्योहार, यहीं से शुरू हुई थी दीपावली की परंपर

यह है अब तक की अनुमानित स्थिति

सेक्टरअनुमानित कारोबार (रुपये में)
सर्राफा 400 से 450 करोड़
इलेक्ट्रॉनिक्स 150 से 170 करोड़
ऑटोमोबाइल 500 से 600 करोड़
जमीन और प्लॉट300 से 350 करोड़
बर्तन100 से 150 करोड़

लखनऊ: पिछले दो सालों में कोरोना की मार झेल रहे बाजारो में दिवाली त्योहार पर रौनक लौटी है. दिवाली से दो दिन पहले धनतेरस त्योहार पर राजधानी लखनऊ के बाजार ग्राहकों से गुलजार दिखे. देश में महंगाई चरम पर है, इसके बावजूद लोगों में त्योहार का जबरदस्त उत्साह देखने को मिला. धनतेरस पर लोगों ने जमकर खरीदारी की.

धनतेरस पर राजधानी के बाजार में रौनक लौटी. बात सोना-चांदी की हो या बर्तन, गाड़ियों के शोरूम की, ग्राहक हर जगह नजर आए. मंगलवार की सुबह से ही लखनऊ की चौक बाजार, अमीनाबाद, उदयगंज, लाटूश रोड जैसे इलाकों में सुबह थोड़ा सन्नाटा रहा, लेकिन दिन ढलने के साथ ही बाजार की तस्वीर बदलने लगी. धीरे-धीरे खरीदारों का जमावड़ा लगने लगा और शाम होते होते इन इलाकों में कदम रखने तक के लिए जगह नहीं रही.

बाजारों में धनतेरस के दिन रौनक दिखी
कारोबारियों की मानें तो पिछले साल की दिवाली और धनतेरस फीकी रही थी. सामान्य वर्षों के मुकाबले भले ही खरीदार कम हो, लेकिन रौनक बढ़ी है. उम्मीद जताई है कि रात होते-होते 1700 करोड़ से ज्यादा का कारोबार हुआ है. इसमें और भी उछाल की उम्मीद है. लखनऊ व्यापार मंडल वरिष्ठ महामंत्री अमरनाथ मिश्र ने बताया कि खील, गट्टा, चूरा से लेकर गणेश लक्ष्मी, सोना चांदी, गाड़ी, जमीन सभी खरीदी बेची जा रही है. धनतेरस पर सबसे ज्यादा सोना चांदी, उसके बाद बर्तन और तीसरा सेक्टर ऑटोमोबाइल की मांग है. फुटपाथ का सारा कारोबार बिना पर्चे के हो रहा है. देर रात तक सिर्फ यही कारोबार 500-600 करोड़ रुपये का रहा. लखनऊ के चौक स्थित जैन सर्राफ के कारोबारी आदीश जैन ने बताया कि दिवाली का त्योहार और शादी का सीजन होने के कारण स्थिति सुधरी है. इसी वजह से बिजनेस भी बढ़ा है. जम्बू कुमार आध्यात्म जैन सर्राफ के सिद्धार्थ जैन ने बताया कि लोग खुलकर खरीदारी कर रहे हैं. सामान्य वर्षों के मुकाबले तो नहीं लेकिन स्थिति बेहतर दिख रही है. उदयगंज के बर्तन कारोबारी शाहीद ने बताया कि दोपहर बाद से बाजार में रौनक लौट आई है. अच्छी खरीदारी देखने को मिली है. 2020 की दीपावली के मुकाबले 60 से 70 प्रतिशत तक अधिक कारोबार की उम्मीद है. इस बार धनतेरस में ऑटोमोबाइल सेक्टर ने लोगों को काफी मायूस किया. शोरूम पर वाहन लेने पहुंचे खरीदारों को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा. मांग के अनुरूप आपूर्ति न होने के कारण यह स्थिति देखने को मिली. चारबाग स्थित हुंडई शोरूम के सुनील कालरा ने बताया कि आपूर्ति न होने के कारण लोगों को काफी मायूसी हुई है. खरीदार वापस लौट रहे हैं.

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यह है अब तक की अनुमानित स्थिति

सेक्टरअनुमानित कारोबार (रुपये में)
सर्राफा 400 से 450 करोड़
इलेक्ट्रॉनिक्स 150 से 170 करोड़
ऑटोमोबाइल 500 से 600 करोड़
जमीन और प्लॉट300 से 350 करोड़
बर्तन100 से 150 करोड़
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