लखनऊ: राजधानी में कोरोना संक्रमितों के और अधिक बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. दरअसल कोरोना संदिग्धों का मेडिकल परीक्षण तो हो रहा है, लेकिन मरीज अपनी सही जानकारी नहीं देते. इस वजह से स्वास्थ्य विभाग की टीम सही मरीजों तक नहीं पहुंच पा रही है. मंगलवार को 40 मरीज ऐसे मिले हैं, जिन तक स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंच पाई.
राजधानी में कोरोना संक्रमण तेजी से फैल रहा है, बावजूद इसके कोरोना संदिग्ध लोग अपनी पहचान छुपाने में लगे हैं. ऐसे मरीजों का परीक्षण करने के लिए स्वास्थ्य विभाग को काफी परेशानी उठानी पड़ रही है. कोरोना संदिग्ध जांच तो करवाते हैं, लेकिन मेडिकल टीम को अपनी सही जानकारी नहीं देते. स्वास्थ्य विभाग इन सभी मरीजों के कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग में भी असफल हो रहा है. ये कोरोना संक्रमित लखनऊ के किसी भी इलाके में हो सकते हैं.
इसकी वजह से मरीज के कोरोना पॉजिटिव आने पर स्वास्थ्य विभाग की टीम मरीज के कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की प्रक्रिया को पूरा नहीं कर पा रही है. राजधानी में मंगलवार को 40 कोरोना संक्रमित मरीजों की जानकारी मिली, यहां पर स्वास्थ्य विभाग की टीम नहीं पहुंच पा रही है.
मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में तैनात एडीएम रामवृक्ष ने बताया कि रोजाना मिलने वाले को संक्रमित मरीजों में 40 से 50 मरीज हैं, जो अपनी पहचान और फोन नंबर दोनों ही गलत बता रहे हैं. मरीजों का यह रवैया ठीक नहीं है. साथ ही 48 से 36 घंटे में यह हमारे स्वास्थ्य विभाग या पुलिस के कॉन्टेक्ट नहीं मिलने पर उनके खिलाफ एपिडेमिक एक्ट के तहत कार्रवाई की जाएगी.