लखनऊ : उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद के सदस्य कमर अली ने मंगलवार को दारुल उलूम नदवतुल उलमा के प्रमुख और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सचिव मौलाना अब्दुल हई नदवी से मुलाकात की. नदवतुल उलमा पहुंचे कमर अली ने मौलाना अब्दुल हई से मुलाकात कर मुसलमानों से जुड़ी समस्याओं के बारे में चर्चा की. इस मौके पर मौलाना अब्दुल हई ने कमर अली को दुआए मंजिल पुस्तक भेंट की और दुआ दी.
मदरसा शिक्षा परिषद के सदस्य कमर अली ने बताया कि नदवा कॉलेज में उलेमा की दुआ लेना बहुत जरूरी है. हमने मौलाना अब्दुल हई से देश में अमन भाईचारे को खुशनुमा बनाने पर चर्चा की. हमने हमेशा उनकी बातों को सरकार तक सही तरीके से पहुंचाया है. यही वजह है नदवा के सभी उलेमा ने मुझे हमेशा प्यार दिया है. हमारी दुआ है कि प्रदेश के साथ पूरे मुल्क में अमन कायम रहे. इसके लिए हम सभी को जो भी करना होगा वो करेंगे. उन्होंने बताया कि हमारी कौम को पिछली सरकारों में हर तरफ से मायूसी मिली थी. इस सरकार में मुसलमान बेखौफ होकर रह रहा है. न कोई दंगा न कोई फसाद अमन के साथ पूरा प्रदेश चल रहा है. हम लोगों ने मदरसों की शिक्षा को बेहतर से बेहतर किया है. अब मदरसों में दीनी तालीम के साथ तकनीक की भी शिक्षा दी जा रही है. बच्चे शिक्षा की तरफ बढ़ रहे हैं.
बातचीत के दौरान कमर अली ने कहा कि हमारी सरकार में मदरसा नियमावली 2016 संशोधन प्रस्ताव को पास किया गया. साथ ही मदरसा शिक्षकों के स्थानांतरण, मृतक आश्रित की नौकरी, मैटरनिटी लीव जैसे प्रस्ताव पर भी सहमति बनी. सरकार मदरसा के छात्रों को एक हाथ में कुरान दूसरे हाथ में टेक्नोलॉजी के साथ देखना चाहती है. जिसका उदाहरण आज मदरसा में दी जाने वाली दिनी तालिम के साथ आधुनिक शिक्षा है. आज मदरसा का बच्चा सभी क्षेत्रों में बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहा है. प्रदेश की सरकार मदरसे के बच्चों को आधुनिक तकनीक से जोड़ना चाहती है. जिसके लिए हमारी सरकार ने कई अहम फैसले लिए हैं.
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दारुल देवबंद को नहीं जरूरत है हमसे मान्यता की, इफ्तिखार अहमद जावेद की पत्रकारों से बातचीत