लखनऊ: पारा थाना क्षेत्र में बेखौफ बदमाशों ने स्कूल के संचालक वीरेंद्र कुमार यादव को घर जाते समय गोली मार दी. गोली मारने के दौरान पीछे से आ रहे कार चालक को देख बदमाश मौके से भाग निकले. कार चालक ने जब इनोवा कार सवार को हॉर्न मारा तो कोई जवाब नहीं आया. इसके बाद वह कार चालक वीरेंद्र कुमार के पास पहुंचे तो देखा कि वह घायल अवस्था में पड़े हुए हैं. जिसके बाद उस कार सवार ने पुलिस कंट्रोल रूम पर इस घटना की जानकारी दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने घायल अवस्था में वीरेंद्र कुमार यादव को आनन-फानन में ट्रामा सेंटर पहुंचाया, जहां पर उनकी हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है.
दरअसल, पारा थाना क्षेत्र के कुल्हड़ कट्टा गांव के रहने वाले वीरेंद्र कुमार यादव डीके पब्लिक स्कूल के संचालक हैं. साथ ही गांव में उनका एक मैरिज लॉन भी है. शुक्रवार की रात करीब 12:00 बजे वह अपने घर जा रहे थे. तभी घर से 100 मीटर पहले ही घात लगाए बैठे बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर दी. गोली उनके चेहरे के पास लगी हुई है, लेकिन पीछे से गाड़ी आता देख बदमाश मौके से भाग निकले. जिस गाड़ी चालक ने पुलिस को सूचना दी, उसका नाम सामने नहीं आया है.
पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक वीरेंद्र यादव (50) अपनी इनोवा कार से डीके पब्लिक स्कूल के पास खड़े होकर किसी से बात कर रहे थे. तभी हरजीत और सुनील यादव वहां पहुंच गए. किसी पुरानी बात को लेकर दोनों में काफी नोकझोंक हुई. इसी बीच उन दोनों ने अवैध तमंचा से वीरेंद्र यादव पर फायर झोंक दिया. गोली विरेंद्र यादव के जबड़े पर लगी हुई है. गोली मारने के बाद हरजीत और सुनील यादव मौके से फरार हो गए हैं.
डीसीपी दक्षिणी रवि कुमार ने बताया कि पारा के कुल्हड़ कट्टा नहर मोड़ के पास वीरेंद्र यादव को गोली मारी गई है. पीछे से आ रहे लोगों ने बीच रास्ते मे गाड़ी खड़ी होने पर हॉर्न दिया, लेकिन कोई जवाब नहीं आया. इस पर वीरेंद्र की इनोवा कार के पास पहुंचे तो घायल अवस्था में देख उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम 112 पर सूचना दी. कंट्रोल रूम से सूचना पास होने से पहले ही गश्त करती हुई पुलिस मौके पर पहुंच गई.
पुलिस ने घायल अवस्था में देख स्थानीय पुलिस को सूचना देते हुए उसे ट्रामा पहुंचाया. डॉक्टर ने उन्हें खतरे से बाहर बताया है. दो लोगों के नाम प्रकाश में आ रहे हैं, जिनका नाम हरजीत यादव और सुनील यादव है. ये दोनों घायल के परिचित भी हैं, जिनका प्रापर्टी का विवाद भी सामने आ रहा है. पीड़ित की ओर से जिसे तहरीर में नामजद किया जाएगा, उस पर भी जांच की जाएगी. फिलहाल उन्होंने इस घटना को जल्द से जल्द खोलने का दावा किया है.