लखनऊ: उत्तर प्रदेश के नगर निगम वाले शहरों में अब लोगों को गृह कर निर्धारण से लेकर जन्म प्रमाण पत्र आने के लिए चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. अब घर बैठे ही कुल 9 तरह की सेवाओं का लाभ उठा सकेंगे. इसके लिए नगर विकास विभाग की तरफ से अर्बन प्लेटफॉर्म ऑफ ऑनलाइन डिलीवरी गवर्नेंस यानी 'उपयोग ऐप' की शुरुआत की जा रही है. इसके अलावा लोगों को अपनी समस्याओं को भी दर्ज कराने के लिए app की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी.
इस ऐप में दर्ज होने वाली सभी शिकायतों के निस्तारण की स्थिति और संबंधित अधिकारी का नाम व नंबर भी उपलब्ध रहेगा. इससे शिकायत का समय पर निस्तारण न होने की स्थिति में अधिकारी से संपर्क किया जा सकेगा. इस ऐप से जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र, गृह कार्य का निर्धारण, गृह कर जमा करना, भवन निर्माण मंजूरी, शिकायतों का निस्तारण, ट्रेड लाइसेंस, अनापत्ति प्रमाण पत्र, सीवर और जलकल यूजर चार्ज और वित्तीय एवं लेखा के काम हो सकेंगे.
इसे भी पढ़े-लखनऊ नगर निगम में 12 साल से नहीं बढ़ा हाउस टैक्स, अब शहरवासियों की जेब पर बढ़ेगा बोझ
लखनऊ नगर निगम को पेपर लेस बनाने की तैयारी
वहीं, लखनऊ नगर निगम को पेपर लेस बनाने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है. नगर निगम की तरफ से अपने कर्मचारियों को इसके लिए बकायदा प्रशिक्षण दिया जा रहा है. अधिकारियों का दावा है कि यह प्रदेश का पहला पेपरलेस नगर निगम होगा. यहां किसी भी काम के लिए आने वाले व्यक्ति को चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. सिंगल विंडो पर उसे सभी सुविधाएं उपलब्ध कराने की कोशिशें की जा रही है. बता दें कि, बीते दिनों महापौर संयुक्ता भाटिया ने भी अपने निरीक्षण के बाद सिंगल विंडो सिस्टम को प्रभावी रूप से लागू करने की हिदायतें दी थी.
ऐसी ही जरुरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत एप