लखनऊ : राजधानी के विकासनगर व इंदिरानगर की संयुक्त पुलिस टीम ने फरार चल रहे एक आरोपी को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने खुलासा किया है कि आरोपी ने प्रधानमंत्री आवास योजना ( PM housing scheme) के नाम पर लोगों से फर्जी दस्तावेज तैयार कर लोगों से करोड़ों की ठगी की थी. आरोपी दो वर्षों से फरार चल रहा था, जिसके ऊपर न्यायालय द्वारा एनबीडब्ल्यू भी जारी किया गया था. पीएम आवास योजना के तहत लोगों को प्लॉट दिलाने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले रिवाइटल इंफ्राटेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक मो. जैद को विकासनगर व इंदिरानगर की संयुक्त पुलिस टीम ने गिरफ्तार कर किया है.
पुलिस के मुताबिक, आजमगढ़ के रहने वाले मो. जैद ने लखनऊ के विकासनगर में रिवाइटल इंफ्राटेक प्रा. लि. के नाम से सैकड़ों लोगों से पीएम आवास योजना के तहत प्लॉट दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपये ठग लिए. प्लॉट न मिलने पर जब पीड़ितों ने अपने रुपये वापस मांगे तो आरोपित धमकाने लगा. इसके बाद पीड़ित अनिल राय ने दो साल पहले 4 मई 2020 को शिकायत की थी. आरोपी ने अनिल से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत लखनऊ के भाखामऊ प्लाॅट के नाम पर डेढ़ लाख रुपये ठगे थे. मुकदमा दर्ज होने के बाद आरोपी पकड़े जाने के डर से फरार हो गया था.
डीसीपी नार्थ एस एम कासिम आब्दी (DCP North SM Kasim Abdi) ने बताया कि आरोपी द्वारा रिवाइटल इंफ्राटेक इंडिया प्राइवेट लिमिटेड (Revital Infratech India Private Limited) के नाम से कंपनी खोलकर जमीन बेचने खरीदने का काम किया जा रहा था. पीएम आवास योजना के तहत लोगों को फर्जी दस्तावेज तैयार कर उनके साथ धोखाधड़ी कर करोड़ों रुपए ठग लिए, जिसके बाद पीड़ितों ने आरोपी के खिलाफ 2 साल पहले थाने पर शिकायत दर्ज कराई थी. पकड़ा गया आरोपी 2020 से फरार चल रहा था. जिनका न्यायालय ने 8 अगस्त 2021 को एनबीडब्ल्यू जारी किया गया था. न्यायालय द्वारा 24 नवंबर 2022 को आरोपी मो. जैद के विरुद्ध 82 सीआरपीसी की कार्यवाही के लिए आदेशित किया गया था. 27 नवंबर 2022 को 82 सीआरपीसी की कार्यवाही गवाहों के समक्ष आरोपी के निवास स्थान ग्राम अलीपुर थाना दीदारगंज आजमगढ़ पर कराई गई थी. मुखबिर की सूचना पर आरोपी मो. जैद को विकासनगर लखनऊ से गिरफ्तार किया गया है. पकड़े गए आरोपी पर लखनऊ के अन्य कई थानों पर मुकदमें पंजीकृत हैं और उसके अपराधिक इतिहास के बारे में अन्य थानों से जानकारी की जा रही है.
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