लखनऊ: नगर निगम कार्यालय में नगर आयुक्त कक्ष के सामने पेंशन की मांग को लेकर धरना दे रहे पूर्व कर्मचारियों को पुलिस ने जबरन वहां से हटा दिया. वहीं कर्मचारियों का कहना है कि नगर निगम प्रशासन की तरफ से उन लोगों को पेंशन नहीं मिल रही है, इसी वजह से वे लोग धरना प्रदर्शन कर रहे थे.
जानें क्यों धरना दे रहे थे कर्मचारी
- नगर निगम कार्यालय में करीब एक दर्जन पेंशनरों की तरफ से धरना प्रदर्शन किया गया.
- नगर आयुक्त कक्ष के ठीक सामने सभी कर्मचारी पेंशन की मांग को लेकर धरना दे रहे थे.
- इस दौरान धरना प्रदर्शन में नारेबाजी से वहां पर हड़कंप मच गया.
- नगर आयुक्त डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी के निर्देश पर पुलिस ने पेंशनरों को वहां से हटा दिया.
- पेंशनरों का कहना था कि नगर निगम प्रशासन की तरफ से हम लोगों को पेंशन नहीं दी जा रही है.
- हम लोगों को जेल भेजने की धमकी दी जा रही है.
- पेंशन न मिलने से हम लोगों की आर्थिक खराब हो गई है.
- इस वहज से हम धरना दे रहे हैं, लेकिन पुलिस ने हमें जबरदस्ती यहां से हटा दिया.
- दरअसल नगर निगम की तरफ से दावा किया गया कि सभी की पेंशन जारी कर दी गई है.
आए दिन कुछ पेंशनर इस प्रकार का धरना प्रदर्शन करते रहते हैं. 13 जून को सभी पेंशनरों की पेंशन रिलीज कर दी गई है. कुछ कर्मचारी पेंशन की मांग को लेकर अभद्रता और नारेबाजी कर रहे थे. पुलिस को इसकी सूचना दी गई जिसके बाद सभी को पेंशनरों को धरना प्रदर्शन से हटाया गया.
-डॉ. इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त