लखनऊ : बहुजन समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने ट्वीट कर कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि यह दोनों पार्टियां हमेशा से ही स्वार्थ की राजनीति करती रही हैं. इन दोनों पार्टियों ने देश का कोई भला नहीं किया है. इन दोनों पार्टियों के स्वार्थ के चलते ही बेरोजगारी और पिछड़ेपन को अब तक दूर नहीं किया जा सका है. बसपा सुप्रीमो मायावती ने राहुल गांधी के संसद की सदस्यता खत्म होने पर भी अपनी राय व्यक्त की है. कहा कि कांग्रेस को सोचना चाहिए कि साल 1975 में जो हुआ क्या वह सही था और अब जो उस पार्टी के नेता के साथ हुआ वह कितना सही है.
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1. पहले कांग्रेस व अब BJP सरकार द्वारा हर स्तर पर अधिकांश मामलों में घोर स्वार्थ की राजनीति करने के कारण ही ग़रीबी, बेरोज़गारी व पिछड़ेपन आदि की गंभीर समस्याओं को दूर करने की व्यापक जनहित, जन कल्याण व देश हित के ज़रूरी काम पर पूरा पूरा ध्यान नहीं देना अति दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण।
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— Mayawati (@Mayawati) March 25, 2023
बसपा सुप्रीमो मायावती ने ट्वीट किया कि 'पहले कांग्रेस व अब BJP सरकार द्वारा हर स्तर पर अधिकांश मामलों में घोर स्वार्थ की राजनीति करने के कारण ही ग़रीबी, बेरोज़गारी व पिछड़ेपन आदि की गंभीर समस्याओं को दूर करने की व्यापक जनहित, जन कल्याण व देश हित के ज़रूरी काम पर पूरा पूरा ध्यान नहीं देना अति दुखद व दुर्भाग्यपूर्ण. उन्होंने कहा कि इसी संदर्भ में कांग्रेस पार्टी को यह ज़रूर सोचना चाहिए कि सन 1975 में जो कुछ हुआ वह क्या सही था? अब उनके नेता राहुल गांधी के साथ जो कुछ हो रहा है वो भी कितना उचित? एक दूसरे के प्रति राजनीतिक द्वेष, नफ़रत आदि से देश का न पहले भला हुआ है और न ही आगे होने वाला है. यह स्पष्ट है कि देश की आज़ादी के बाद बीते 75 वर्षों में यहां रही विभिन्न सरकारें अगर संविधान की पवित्र मंशा और लोकतांत्रिक मर्यादाओं और परंपराओं के अनुसार ईमानदारी व निष्ठा के साथ काम करती होतीं तो भारत वास्तव में अग्रणी व आदर्श मानवतावादी विकसित देश बन गया होता.'
बता दें कि कल कांग्रेस के सांसद राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म हो गई. अब वे सांसद नहीं रह गए हैं. राहुल गांधी की संसद सदस्यता खत्म होने पर तमाम विपक्षी दल के नेता कांग्रेस पार्टी के साथ खड़े नजर आए. राहुल गांधी के लिए ट्वीट किया, लेकिन बसपा सुप्रीमो के किसी भी तरह का ट्वीट न करने पर सवाल खड़े हो रहे थे. अब तकरीबन 18 से 19 घंटे बाद मायावती ने भी ट्वीट किया है.
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