लखनऊ: किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के ट्रामा सेंटर में रविवार की देर रात मरीज के तीमारदारों ने तोड़फोड़ की. साथ ही डॉक्टर, पैरामेडिकल स्टाफ और अन्य हेल्थ केयर वर्कर्स के साथ मारपीट की. इसके बाद केजीएमयू प्रशासन हरकत में आया है. इस संबंध में प्रशासन ने वजीरगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज करवाई है.
गौरतलब है कि रविवार 2 अगस्त की रात साढ़े 9 बजे राजा बाजार चौक निवासी एक मरीज के तीमारदारों ने किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के मानसिक वृद्धावस्था विभाग में बने ट्रामा सेंटर के स्क्रीनिंग और होल्डिंग एरिया में जमकर उत्पात मचाया था. मरीज के साथ आए 10 से 15 लोगों ने स्क्रीनिंग एरिया और होल्डिंग एरिया में जमकर तोड़फोड़ की. दवाइयां भी बर्बाद कर दीं. इसके विरोध में जब डॉक्टर और अन्य हेल्थ केयर वर्कर्स आए तो उनके साथ भी हाथापाई कर उन्हें घायल कर दिया. देर रात हुई इस घटना पर किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी प्रशासन ने वजीरगंज थाने में दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई है.
केजीएमयू के प्रोफेसर आरएएस कुशवाहा ने कहा कि 2 अगस्त को मरीज के तीमारदारों द्वारा इमरजेंसी होल्डिंग एरिया में केजीएमयू में ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों, गार्ड और पैरामेडिकल स्टाफ के साथ मारपीट की गई. गाली-गलौज भी की गई. उन्हें जान से मारने की धमकी भी दी. उन्होंने कैजुअल्टी हॉल में काफी तोड़फोड़ की है, जिसकी वजह से सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचा है. इस पूरे घटनाक्रम में डॉक्टर और अन्य स्टाफ को काफी चोटें आईं हैं. केजीएमयू प्रशासन का कहना है कि दोषियों पर सख्त कार्रवाई की जाए. इस तरह का व्यवहार कभी भी बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. केजीएमयू लगातार कोविड-19 से संक्रमित मरीजों के साथ अन्य मरीजों का भी इलाज करता रहा है. ऐसे में हेल्थ केयर वर्कर्स के साथ किसी भी तरह का दुर्व्यवहार अक्षम्य है.