लखनऊ: दो बड़े राज्यों की राजधानी को जोड़ने के लिए 11000 करोड़ के बजट से लखनऊ-भोपाल इकोनॉमिक कॉरिडोर विकसित किया जा रहा है. जिसमें लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे, कानपुर महोबा एक्सप्रेसवे और महोबा से भोपाल एक्सप्रेस वे शामिल होगा. इस कॉरिडोर के जरिए लखनऊ और भोपाल की सड़क मार्ग से दूरी आठ घंटे कम हो जाएगी.
लाखों लोगों को मिलेगा रोजगारः इसके अतिरिक्त एक इकोनॉमिक कॉरिडोर भी विकसित होगा. लखनऊ से भोपाल के बीच इस कॉरिडोर के जरिये यूपी और मध्य प्रदेश के बीच बेहतर कनेक्टविटी होगी. इसके अलावा उद्योगों के बढ़ने से लाखों लोगों के लिए रोजगार का सृजन किया जाएगा. यह कॉरिडोर लखनऊ से कानपुर कानपुर से महोबा और महोबा से आगे भोपाल तक होगा. जिससे आर्थिक विकास की गति यूपी से भोपाल के बीच बढ़ जाएगी.
![लखनऊ भोपाल इकोनामिक कॉरिडोर मैप.](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/05-02-2025/up-luc-02-lucknow-bhopal-7210474_05022025142817_0502f_1738745897_141.jpg)
ढाई साल में प्रोजेक्ट होगा पूराः उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि NHAI के प्रयासों से यह परियोजना संचालित की जा रही है. अगले ढाई साल में यह प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा. जिससे लखनऊ और भोपाल की दूरी कम हो जाएगी. इस परियोजना के जरिए लखनऊ, कानपुर और भोपाल बल्कि बुंदेलखंड के पिछड़े जिलों में भी जमकर विकास किया जाएगा. जिससे न केवल विकास की गति बढ़ेगी बल्कि लाखों की संख्या में रोजगार का सृजन भी हो जाएगा. लखनऊ-भोपाल आर्थिक गलियारा का निर्माण दो राजधानी शहरों लखनऊ (यूपी) और भोपाल (एमपी) के बीच निर्बाध कनेक्टिविटी प्रदान करने के लिए किया जा रहा है.
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे का निर्माण इस साल होगा पूराः मुख्य सचिव ने बताया कि प्रोजेक्ट लागत 11300 करोड़ रुपये है. इसके बनने के बाद यात्रा का समय घटकर आठ घंटे रह जाएगा. जबकि अभी 12 घंटे का समय लगता है. प्रोजेक्ट 2026 तक पूरा होने वाला है. अधिकतम ढाई साल में यह प्रोजेक्ट पूरा हो जाएगा. उन्होंने बताया कि लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे का निर्माण अंतिम चरण में है. सितंबर 2025 तक यह एक्सप्रेसवे पूरा हो जाएगा. जिससे लखनऊ कानपुर की दूरी मात्र 50 मिनट में ही पूरी हो जाएगी. लगभग 10000 करोड़ रुपये में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण इसका निर्माण कर रहा है. कानपुर से महोबा तक 112 किमी लंबा राष्ट्रीय राजमार्ग 2026 तक पूरा होगा. एमपी की ओर महोबा से छतरपुर और सागर होते हुए भोपाल तक 2026 तक हाइवे पूरा किया जाएगा. भोपाल से इंदौर भी सुविधाजनक रूप से जुड़ा हुआ है.