ETV Bharat / state

'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का नारा दे रहा देश का पहला फीमेल रॉक बैंड 'मेरी मंजिल' - महिला सशक्तिकरण

देश का पहला फीमेल रॉक बैंड 'मेरी मंजिल' देश को 'महिला सशक्तिकरण' और 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' का नारा दे रहा है. इस बैंड की शुरुआत 2010 में जया तिवारी ने की थी. बातचीत के दौरान जया ने कहा कि आज हर क्षेत्र में महिलाएं अपने झंडे गाड़ रही हैं. बस यही एक गुजारिश है कि महिलाओं को हर क्षेत्र में नई पहचान मिले.

etv bharat
ईटीवी भारत से बातचीत करतीं जया तिवारी.
author img

By

Published : Jan 18, 2020, 8:41 AM IST

Updated : Jan 18, 2020, 11:34 AM IST

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' और 'महिला सशक्तिकरण' के नारे को सन 2010 से देश के पहले फीमेल रॉक बैंड 'मेरी मंजिल' बुलंद कर रहा है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में इस बैंड को शुरू करने वाली जया तिवारी ने इस बैंड को लेकर अपने उद्देश्य को बताया.

ईटीवी भारत से बातचीत करतीं जया तिवारी.

सन 2010 से महिला सशक्तिकरण को दे रही बढ़ावा
ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए देश के पहले फीमेल रॉक बैंड 'मेरी मंजिल' को शुरू करने वाली जया तिवारी बताती हैं कि सन 2010 से इस बैंड की स्थापना की गई थी. तभी से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिल रहा है. जया तिवारी ने कहा की 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के नारे को भी हम लोगों ने अपने बैंड का नारा बनाया. इसके जरिए हम देश में महिलाओं को एक संदेश देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नारे से कहीं न कहीं प्रभाव जरूर पड़ेगा और आने वाले समय में महिलाओं की स्थिति सुदृढ़ होगी.

200 से अधिक शो का कर चुकी हैं संचालन
पहले फीमेल रॉक बैंड मेरी मंजिल के बारे में बताते हुए जया कहती हैं कि अब तक 200 से ज्यादा शहरों में 200 से ज्यादा शो कर चुकी हैं. हर बार महिलाओं को सुदृढ़ बनाने का प्रयास किया जाता है. उन्होंने कहा कि हमारे बैंड की सभी साथी फीमेल हैं. एक छोटा सा परिवार है, जो 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के नारे को बुलंद कर रहा है.

चाहती हैं समानता का अधिकार
जया तिवारी ने कहा कि हमारी पुरुषों से किसी प्रकार की होड़ नहीं है. हम चाहते हैं कि देश में महिलाओं को समानता का अधिकार मिले. आज हर क्षेत्र में महिलाएं अपने झंडे गाड़ रही हैं. बस यही एक गुजारिश है कि महिलाओं को हर क्षेत्र में नई पहचान मिले.

इसे भी पढ़ें- गायत्री प्रसाद प्रजापति को KGMU से भेजा गया जेल, पूर्व खनन मंत्री ने बताया जान का खतरा

जया तिवारी ने कहा कि महिलाओं को मेन स्ट्रीम में आने की जरूरत है. लोगों में जागरूकता है, लेकिन अभी भी थोड़े प्रयास की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इस बैंड की शुरुआत करने की प्रेरणा हमें समाज से मिली है. इस वजह से हमने इस बैंड को बनाया और 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के मिशन को आगे बढ़ाना यही इस बैंड का मकसद है.

लखनऊ: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' और 'महिला सशक्तिकरण' के नारे को सन 2010 से देश के पहले फीमेल रॉक बैंड 'मेरी मंजिल' बुलंद कर रहा है. ईटीवी भारत से खास बातचीत में इस बैंड को शुरू करने वाली जया तिवारी ने इस बैंड को लेकर अपने उद्देश्य को बताया.

ईटीवी भारत से बातचीत करतीं जया तिवारी.

सन 2010 से महिला सशक्तिकरण को दे रही बढ़ावा
ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए देश के पहले फीमेल रॉक बैंड 'मेरी मंजिल' को शुरू करने वाली जया तिवारी बताती हैं कि सन 2010 से इस बैंड की स्थापना की गई थी. तभी से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिल रहा है. जया तिवारी ने कहा की 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के नारे को भी हम लोगों ने अपने बैंड का नारा बनाया. इसके जरिए हम देश में महिलाओं को एक संदेश देना चाहते हैं. उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नारे से कहीं न कहीं प्रभाव जरूर पड़ेगा और आने वाले समय में महिलाओं की स्थिति सुदृढ़ होगी.

200 से अधिक शो का कर चुकी हैं संचालन
पहले फीमेल रॉक बैंड मेरी मंजिल के बारे में बताते हुए जया कहती हैं कि अब तक 200 से ज्यादा शहरों में 200 से ज्यादा शो कर चुकी हैं. हर बार महिलाओं को सुदृढ़ बनाने का प्रयास किया जाता है. उन्होंने कहा कि हमारे बैंड की सभी साथी फीमेल हैं. एक छोटा सा परिवार है, जो 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के नारे को बुलंद कर रहा है.

चाहती हैं समानता का अधिकार
जया तिवारी ने कहा कि हमारी पुरुषों से किसी प्रकार की होड़ नहीं है. हम चाहते हैं कि देश में महिलाओं को समानता का अधिकार मिले. आज हर क्षेत्र में महिलाएं अपने झंडे गाड़ रही हैं. बस यही एक गुजारिश है कि महिलाओं को हर क्षेत्र में नई पहचान मिले.

इसे भी पढ़ें- गायत्री प्रसाद प्रजापति को KGMU से भेजा गया जेल, पूर्व खनन मंत्री ने बताया जान का खतरा

जया तिवारी ने कहा कि महिलाओं को मेन स्ट्रीम में आने की जरूरत है. लोगों में जागरूकता है, लेकिन अभी भी थोड़े प्रयास की जरूरत है. उन्होंने कहा कि इस बैंड की शुरुआत करने की प्रेरणा हमें समाज से मिली है. इस वजह से हमने इस बैंड को बनाया और 'बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ' के मिशन को आगे बढ़ाना यही इस बैंड का मकसद है.

Intro:स्पेशल स्टोरी है यह।

लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब देश की सत्ता संभाली थी तब बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और महिला सशक्तिकरण का नारा दिया था। इस नारे के जरिए उन्होंने देश में महिलाओं की स्थिति को सुधारने का का प्रयास किया था।

इससे इतर सन 2010 से ही देश के पहले फीमेल रॉक बैंड मेरी मंजिल इस नारे को बुलंद कर रहा है। ईटीवी भारत से खास बातचीत में इस बैंड को शुरू करने वाली ज्या तिवारी ने अपने इरादे जाहिर किए


Body:सन 2010 से महिला सशक्तिकरण को दे रही बढ़ावा

ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए देश के पहले फीमेल रॉक बैंड मेरी मंजिल को शुरू करने वाली जया तिवारी बताती हैं कि सन 2010 से इस बैंड की स्थापना की गई थी। तभी से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा मिल रहा है।

बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ को आत्मसात याद किया

जया तिवारी ने कहा की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे को भी हम लोगों ने अपने बैंड का नारा बनाया। इसके जरिए हम देश में महिलाओं को एक संदेश देना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी के नारे से कहीं न कहीं प्रभाव जरूर पड़ेगा और आने वाले समय में महिलाओं की स्थिति सुदृढ़ होगी।

200 से अधिक शो का कर चुकी है संचालन

पहले फीमेल रॉक बैंड मेरी मंजिल के बारे में बताते हुए जया कहती हैं कि अब तक 200 से ज्यादा शहरों में 200 से ज्यादा शो कर चुकी हैं। हर बार महिलाओं को सुदृढ़ बनाने का प्रयास किया जाता है। उन्होंने कहा हमारे बैंड की सभी साथी फीमेल है एक छोटा सा परिवार है जो बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के नारे को बुलंद कर रहा है।

चाहती है समानता का अधिकार

जया तिवारी ने कहा हमारी पुरुषों से किसी प्रकार की होड़ नहीं है बल्कि हम चाहते हैं कि देश में महिलाओं को समानता का अधिकार मिले। आज हर क्षेत्र में महिलाएं अपने झंडे गाड़ रही हैं बस यही एक गुजारिश है कि महिलाओं को हर क्षेत्र में नई पहचान मिले।

समाज से मिली प्रेरणा

ईटीवी भारत से बात करते हुए जया तिवारी ने कहा महिलाओं को मेन स्ट्रीम में आने की जरूरत है। लोगों में जागरूकता है लेकिन अभी भी थोड़े प्रयास की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस बैंड की शुरुआत करने की प्रेरणा हमें समाज से मिली इस वजह से हमने इस बैंड को बनाया और बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के मिशन को आगे बढ़ाना यही इस बैंड का मकसद है।


Conclusion:सन 2010 से देश के पहले फीमेल रॉक बैंड का प्रयास बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और महिला सशक्तिकरण का था। इसको मिशन बनाकर इस बैंड को स्थापित किया गया था। यह प्रयास आज भी अनवरत जारी है। सबसे खास बात यह है कि इस बैंक की सभी साथी महिलाएं हैं।

अनुराग मिश्र

8318122246
Last Updated : Jan 18, 2020, 11:34 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.