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यूपी में पर्यटन की अपार संभावनाएं, विभाग विकसित करेगा 12 सर्किट

उत्तर प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. इसी को ध्यान में रखते हुए उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग पूरे राज्य में 12 सर्किट विकसित करेगा. जिससे बड़ी संख्या में पर्यटक इन पर्यटन केंद्रों पर आ सकेंगे.

पर्यटन विभाग विकसित करेगा 12 सर्किट
पर्यटन विभाग विकसित करेगा 12 सर्किट
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Published : Jun 25, 2021, 2:28 AM IST

लखनऊः उत्तर प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. इसी को देखते हुए यूपी सरकार राज्य में 12 सर्किट विकसित करेगी. जिससे बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आ सकेंगे. पर्यटकों के आने से इसका फायदा पर्यटन विभाग को मिलेगा. अभी जिस तरह से करोना संक्रमण ने पर्यटन की रफ्तार रोक दी है. ऐसे में अब जब इसका प्रभाव धीरे-धीरे खत्म हो रहा है तो एक बार फिर से पर्यटन केंद्रों पर पर्यटकों की भीड़ आने की उम्मीदें बढ़ रही हैं.

राज्य में विकसित होंगे 12 सर्किट

ईटीवी भारत से खास बातचीत में प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश मेश्राम का कहना है कि पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए उत्तर प्रदेश में पर्यटन के 12 सर्किट विकसित किए जा रहे हैं. जिसमें रामायण, महाभारत, बुद्धिस्ट, शक्तिपीठ, इको टूरिज्म, फ्रीडम फाइटर मूवमेंट सर्किट प्रमुख हैं. यहां पर बुनियादी सुविधाएं बढ़ायी जा रही हैं. जिससे इन स्थलों पर बड़ी संख्या में पर्यटक आकर यहां की धार्मिक मान्यताएं और इतिहास के बारे में जानकारी हासिल कर सकें. इसके साथ ही फ्रीडम स्ट्रगल से जुड़े जो भी ज्ञात-अज्ञात हमारे नायक हैं. उनकी गौरव गाथा को प्रचारित कराया जाएगा. जिससे लोग उनसे प्रेरणा ले सकें.

मुकेश मेश्राम का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज और कुशीनगर में चल रहे काम

प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश मेश्राम का कहना है कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विंध्याचल में विंध्यवासिनी धाम, वाराणसी में घाटों का निर्माण इसके साथ ही मथुरा गोवर्धन, संत रविदास जयंती के साथ-साथ अयोध्या में पुराने हेरिटेज में भी काम चल रहा है. अयोध्या में 7 अत्याधुनिक म्यूजियम बनाये जा रहे हैं. जिसमें लोग पर्यटन का आनंद ले सकेंगे. इसके साथ ही कुशीनगर, मथुरा, और आलापुर जहां बाल्मीकि आश्रम है. वहां पर भी लगातार बुनियादी सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं. जिससे आने वाले पर्यटकों को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े. इसके साथ ही पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिस तरह से वाराणसी में गंगा में क्रूज़ चलाने की सेवा शुरू की गई है. ठीक उसी तरह अयोध्या में भी इसका प्रयोग किया जाएगा. जिससे पर्यटक क्रूज सेवा का आनंद उठा सकेंगे.

पर्यटन स्थल
पर्यटन स्थल

प्रदेश में चिन्हित है 250 पर्यटन स्थल

प्रमुख सचिव संस्कृति का कहना है कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन विभाग ने 250 ऐसे स्थल चिन्हित किए हैं जो किसी न किसी कारण से महत्वपूर्ण है. इन स्थलों पर मेले लगते हैं. ये धार्मिक ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है. इन सभी अवसरों पर बुनियादी सुविधाएं लगातार बढ़ाई जा रही हैं.

प्रदेश के 403 विधानसभा क्षेत्रों में बनेंगे पर्यटन स्थल

मुकेश मेश्राम का कहना है कि धार्मिक ऐतिहासिक रूप से प्रत्येक जिले में कुछ ऐसे स्थल होते हैं जहां की अपनी मान्यताएं हैं. ऐसे में प्रदेश की सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्येक विधानसभा में एक-एक पर्यटन के केंद्र चिन्हित करने के लिए विधायकों से कहा गया है. विधायकों के पत्र के बाद प्रदेश सरकार राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में इन पर्यटन केंद्रों को विकसित कर यहां पर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी. जिससे लोग अपने जिले और अपने विधानसभा में भी पर्यटन के इन केंद्रों का आनंद ले सकेंगे. पर्यटन केंद्रों पर प्रदेश सरकार 50 लाख रुपये तक का बजट खर्च करेगी.

इसे भी पढ़ें- 25 जून 1975 का वो काला दिन, आज भी याद कर सिहर उठते हैं लोकतंत्र सेनानी

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के गठन के बाद लगातार धार्मिक पर्यटन के केंद्रों पर काम हो रहे हैं. पर्यटन केंद्रों को विकसित करने का मुख्य मकसद ये है कि यहां बड़ी संख्या में पर्यटक आयें. जिसका फायदा उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग को मिलेगा. धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में अयोध्या एक बड़ा हब बन कर उभरा है. ऐसे में प्रदेश सरकार अयोध्या में कई बड़े-बड़े काम कर रही है. जिससे दूर देश से आने वाले पर्यटक भगवान राम की नगरी अयोध्या में पर्यटन का आनंद ले सकेंगे.

लखनऊः उत्तर प्रदेश में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं. इसी को देखते हुए यूपी सरकार राज्य में 12 सर्किट विकसित करेगी. जिससे बड़ी संख्या में पर्यटक यहां आ सकेंगे. पर्यटकों के आने से इसका फायदा पर्यटन विभाग को मिलेगा. अभी जिस तरह से करोना संक्रमण ने पर्यटन की रफ्तार रोक दी है. ऐसे में अब जब इसका प्रभाव धीरे-धीरे खत्म हो रहा है तो एक बार फिर से पर्यटन केंद्रों पर पर्यटकों की भीड़ आने की उम्मीदें बढ़ रही हैं.

राज्य में विकसित होंगे 12 सर्किट

ईटीवी भारत से खास बातचीत में प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश मेश्राम का कहना है कि पर्यटन की अपार संभावनाओं को देखते हुए उत्तर प्रदेश में पर्यटन के 12 सर्किट विकसित किए जा रहे हैं. जिसमें रामायण, महाभारत, बुद्धिस्ट, शक्तिपीठ, इको टूरिज्म, फ्रीडम फाइटर मूवमेंट सर्किट प्रमुख हैं. यहां पर बुनियादी सुविधाएं बढ़ायी जा रही हैं. जिससे इन स्थलों पर बड़ी संख्या में पर्यटक आकर यहां की धार्मिक मान्यताएं और इतिहास के बारे में जानकारी हासिल कर सकें. इसके साथ ही फ्रीडम स्ट्रगल से जुड़े जो भी ज्ञात-अज्ञात हमारे नायक हैं. उनकी गौरव गाथा को प्रचारित कराया जाएगा. जिससे लोग उनसे प्रेरणा ले सकें.

मुकेश मेश्राम का एक्सक्लूसिव इंटरव्यू

अयोध्या, वाराणसी, प्रयागराज और कुशीनगर में चल रहे काम

प्रमुख सचिव संस्कृति मुकेश मेश्राम का कहना है कि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विंध्याचल में विंध्यवासिनी धाम, वाराणसी में घाटों का निर्माण इसके साथ ही मथुरा गोवर्धन, संत रविदास जयंती के साथ-साथ अयोध्या में पुराने हेरिटेज में भी काम चल रहा है. अयोध्या में 7 अत्याधुनिक म्यूजियम बनाये जा रहे हैं. जिसमें लोग पर्यटन का आनंद ले सकेंगे. इसके साथ ही कुशीनगर, मथुरा, और आलापुर जहां बाल्मीकि आश्रम है. वहां पर भी लगातार बुनियादी सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं. जिससे आने वाले पर्यटकों को किसी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े. इसके साथ ही पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जिस तरह से वाराणसी में गंगा में क्रूज़ चलाने की सेवा शुरू की गई है. ठीक उसी तरह अयोध्या में भी इसका प्रयोग किया जाएगा. जिससे पर्यटक क्रूज सेवा का आनंद उठा सकेंगे.

पर्यटन स्थल
पर्यटन स्थल

प्रदेश में चिन्हित है 250 पर्यटन स्थल

प्रमुख सचिव संस्कृति का कहना है कि उत्तर प्रदेश में पर्यटन विभाग ने 250 ऐसे स्थल चिन्हित किए हैं जो किसी न किसी कारण से महत्वपूर्ण है. इन स्थलों पर मेले लगते हैं. ये धार्मिक ऐतिहासिक रूप से महत्वपूर्ण है. इन सभी अवसरों पर बुनियादी सुविधाएं लगातार बढ़ाई जा रही हैं.

प्रदेश के 403 विधानसभा क्षेत्रों में बनेंगे पर्यटन स्थल

मुकेश मेश्राम का कहना है कि धार्मिक ऐतिहासिक रूप से प्रत्येक जिले में कुछ ऐसे स्थल होते हैं जहां की अपनी मान्यताएं हैं. ऐसे में प्रदेश की सभी 403 विधानसभा क्षेत्रों में प्रत्येक विधानसभा में एक-एक पर्यटन के केंद्र चिन्हित करने के लिए विधायकों से कहा गया है. विधायकों के पत्र के बाद प्रदेश सरकार राज्य के सभी विधानसभा क्षेत्रों में इन पर्यटन केंद्रों को विकसित कर यहां पर बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी. जिससे लोग अपने जिले और अपने विधानसभा में भी पर्यटन के इन केंद्रों का आनंद ले सकेंगे. पर्यटन केंद्रों पर प्रदेश सरकार 50 लाख रुपये तक का बजट खर्च करेगी.

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आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में योगी सरकार के गठन के बाद लगातार धार्मिक पर्यटन के केंद्रों पर काम हो रहे हैं. पर्यटन केंद्रों को विकसित करने का मुख्य मकसद ये है कि यहां बड़ी संख्या में पर्यटक आयें. जिसका फायदा उत्तर प्रदेश पर्यटन विभाग को मिलेगा. धार्मिक पर्यटन के क्षेत्र में अयोध्या एक बड़ा हब बन कर उभरा है. ऐसे में प्रदेश सरकार अयोध्या में कई बड़े-बड़े काम कर रही है. जिससे दूर देश से आने वाले पर्यटक भगवान राम की नगरी अयोध्या में पर्यटन का आनंद ले सकेंगे.

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