लखनऊ: आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह ने 'ईटीवी भारत' के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में विभिन्न राजनीतिक मुद्दों पर पूछे गए सवालों के बेबाकी से जवाब दिए. चिन्मयानंद मामले से लेकर देश में आर्थिक मंदी, एनआरसी, पीओके पर विदेश मंत्री का बयान, अयोध्या मामला, मोदी सरकार के 100 दिन और योगी सरकार के ढाई साल पर उन्होंने कटाक्ष किया.
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चिन्मयानंद हैं योगी के बाबा
राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए कहा कि चिन्मयानंद योगी बाबा के भी बाबा हैं. ऐसे में बाबा आपने बाबा को तो बचाएंगे ही. 14 पन्ने की एफआईआर दी है छात्रा ने. देश के गृह राज्यमंत्री रह चुके हैं चिन्मयानंद. तीन बार बीजेपी के सांसद भी रह चुके हैं. पूरी की पूरी सरकार आज उसके संरक्षण में खड़ी है. एसआईटी उसको गिरफ्तार क्यों नहीं कर रही है. उसको पूछताछ के लिए बुलाया जाता है तो बीमार हो जाते हैं. अस्पताल में भर्ती हो गए. कुछ दिन पहले चश्मा लगा कर घूम रहे थे. मुझे लगता है कि यह बहुत बड़ा मामला है. सभी एडिटर्स के पास वीडियो एविडेंस हैं, लेकिन टीवी चैनल भी गजनी मोड में चले गए हैं. किसी को याद नहीं है. चिन्मयानंद को पूरी सरकार बचाने में लगी है यह साफ तौर पर सामने है. योगी आदित्यनाथ चिन्मयानंद को बचा रहे हैं.
राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने तक कोई टिप्पणी करना ठीक नहीं.
मुझे लगता है अयोध्या मंदिर पर 18 अक्टूबर को कोई फैसला आ जाता है तो अच्छी बात है. इस पूरे मामले पर फैसला आने के बाद ही उसका अध्ययन करने पर ही कोई टिप्पणी करना ठीक होगा. जब तक फैसला नहीं तब तक प्रतिक्रिया ठीक नहीं.
एनआरसी विसंगतियों से भरा है
एनआरसी विसंगतियों से भरा है. यह हिंदू-हिंदू की बात करते हैं भाजपा वाले और वहीं 18 लाख हिंदुओं को यहां पर विदेशी शरणार्थी घोषित कर दिया. उसमें यूपी बिहार से गए हुए लोग हैं. बंगाल से गए हुए लोग हैं और देश के अलग-अलग राज्यों से जाकर वहां पर रोजगार कर रहे थे वो लोग हैं. उन्हें विदेशी घोषित किया है, वह शरणार्थी हैं. वहां पर उनको डिटेंशन सेंटर में रखा जाएगा. हमारे पैसों से जमीन, हमारे पैसे से कॉलोनी, हमारे पैसे से 18 लाख लोगों को हक दिलाएंगे और किसको- किसको आपने घोषित कर दिया.
यह एनआरसी नहीं एनारकी है
सनाउल्लाह का मामला ले लीजिए. जो कारगिल में देश के लिए लड़े, उनको घोषित कर दिया. मदन मलिक को ले लीजिए उन्होंने आसाम में अपना सर कटाया. आज उसके परिवार को सरकार पांच लाख रुपये का सम्मान देती है और फिर उसको विदेशी घोषित कर दिया. मुन्नी देवी का मामला ले लीजिए वह असमिया और उनकी दोनों बेटी विदेशी. यह एनआरसी नहीं एनॉरकी है. अभी योगी बाबा भी एनआरसी की बात कर रहे हैं, मनोज तिवारी भी एनआरसी की बात कर रहे हैं. अगर यहां एनआरसी लागू करेंगे तो योगी बाबा को भी उत्तर प्रदेश छोड़कर उत्तराखंड भागना होगा.
देश में है पूरी तरह मंदी का माहौल
देश में चारों तरफ मंदी ही मंदी है. ऑटोमोबाइल सेक्टर में साढ़े तीन लाख लोग बेरोजगार हो चुके हैं। साढ़े 12 लाख करोड़ रुपए निवेशकों ने अपने निकाल लिए हैं, विशेष तौर पर विदेशी निवेशकों ने. साढ़े पांच लाख करोड़ रुपए सरकार ने चंद पूंजीपतियों का कर्जा माफ किया.