लखनऊ : छात्र-छात्राओं को रोजगार देने और उनको स्वावलंबी बनाने के लिए बुधवार को नेशनल पीजी कॉलेज में उद्यमिता प्रोत्साहन सम्मेलन (Entrepreneurship Promotion Conference) कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में नेशनल पीजी कॉलेज के विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्षों ने अपने विचार व्यक्त किए और छात्र-छात्राओं को स्वावलंबी बनने के जरूरी तथ्यों से रूबरू कराया.
लखनऊ के नेशनल पीजी कॉलेज के प्रेक्षागृह में बुधवार को पूर्ण रोजगार युक्त भारत संभावना एवं चुनौतियां पर स्वावलंबी भारत अभियान के तत्वावधान में उद्यमिता पखवाड़ा का आयोजन किया गया. इस दौरान छात्रों ने शामिल होकर स्वावलंबी होने का प्रण लेते हुए देश में रोजगार प्रदाता के रूप में कार्य करने के लिए संकल्प लिया गया. मुख्य अतिथि अखिल भारतीय संगठक स्वदेशी जागरण मंच सतीश कुमार रहे. उन्होंने युवाओं से अपील की कि अगर भारत को 100% रोजगार युक्त बनाना है और 100% बेरोजगारी मुक्त और गरीबी मुक्त बनाना है तो हमे रोजगारग्राही नहीं, रोजगार प्रदाता के रूप वाली सोच से आगे बढ़ना है.
कार्यक्रम अध्यक्ष प्रोफेसर देवेंद्र कुमार सिंह प्राचार्य नेशनल पीजी कॉलेज ने अभियान में कॉलेज के द्वारा किसी भी तरह की हर संभव मदद का आश्वासन दिया कहा कि ऐसे छोटे और मजले उत्पादों को अगर आप एक संगठन के रूप में मदद करेंगे तो हम भी कॉलेज के रूप में आपके साथ कदम से कदम मिलाकर, इस विषय को आगे तक ले जाएंगे. इसके अलावा युवाओं को स्वावलंबी बनने के लिए प्रेरित करते रहेंगे. उन्होंने भविष्य में और भी कार्यक्रम करेंगे, इसका भी आश्वासन दिया गया.
एंटरप्रेन्योर शालिनी सिंह ने कहा कि सहायक प्रबन्धक जिला रोजगार कार्यालय ने हर संभव मदद का आश्वासन दिया और विशेष कर महिलाओं को रु 50 हजार से रु 2 करोड़ तक का लोन और साथ में 35 प्रतिशत की सब्सिडी की व्यवस्था के बारे में छात्र-छात्राओं को अवगत कराया. इंटररप्रेन्योर सुशांत झा, प्रबंधक मैडकैब ने अनुभवों के द्वारा छात्र-छात्राओं को अपना रोजगार खुद से शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया. एंटरप्रेन्योर डॉ. स्नेहा चौहान, शालिनी सिंह, विजय, अनुपम श्रीवास्तव, विकास सिंह, अनुपम श्रीवास्तव, रीता मित्तल आदि ने अपने विचार रखे.
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