लखनऊ: घर-घर रोशनी देने वाला बिजली विभाग बकायेदारों से परेशान है. बकाया भी लाखों में नहीं बल्कि करोड़ों में है. बिजली विभाग चाहकर भी ऐसे सरकारी विभागों पर कोई कार्रवाई नहीं कर पा रहा है. सरकारी विभागों में कई ऐसे विभाग हैं, जिन पर करोड़ों रुपये का बिल बकाया है. बड़े बकायेदारों में जल संस्थान पर बिजली विभाग का 65 करोड़ से ज्यादा का बकाया है.
- बिजली विभाग का सरकारी विभागों पर करोड़ों का बिल बकाया है.
- इन विभागों में जल संस्थान में लगभग 65 करोड़ से ज्यादा का बिल बकाया है.
- आम आदमी की जरूरत अगर बिजली है तो पानी के बिना भी उसका काम नहीं चलता है.
- बिजली विभाग अपने पैसे की वसूली के लिए जल संस्थान का कनेक्शन काट देता है तो लोग पानी के लिए परेशान हो जाएंगे.
- बिजली विभाग की इसी मजबूरी का फायदा जल संस्थान उठा रहा है.
- बिजली विभाग चाह कर भी कनेक्शन नहीं काट पा रहा है.
- जल संस्थान के साथ-साथ थाना तालकटोरा, राजाजीपुरम स्थित अंडरपास व सबमर्सिबल पंप का लाखों रुपये का बिल बकाया है.
किस विभाग का कितना बकाया
- जल संस्थान - 65 करोड़ से भी ज्यादा
- सबमर्सिबल पंप - लगभग 20 लाख रुपये
- थाना तालकटोरा - लगभग 31 लाख से भी ज्यादा
- अंडरपास - लगभग 1 लाख 4 हजार
थाना तालकटोरा का बिजली का बिल करीब 36 लाख होगा. जल संस्थान का केंद्रीय व्यवस्था के अंतर्गत आता है, उसका बिल 65 करोड़ से ज्यादा का होगा.
एके सिंह, अधिशासी अभियंता
यह शासन स्तर का मामला है. इस प्रकरण में मेरे द्वारा कोई भी जवाब देना संभव नहीं है. हम लोगों का काम बिल वेरीफाई करके भेज देना होता है. वह हम लोग भेज देते हैं.
एसके वर्मा, जीएम, जल संस्थान