लखनऊ : राजधानी समेत उत्तर प्रदेश में पिछले चार दिनों से बिजलीकर्मी कार्य बहिष्कार कर रहे हैं. 15 सूत्रीय मांगों को लेकर चल रहा कार्य बहिष्कार शनिवार को ऊर्जा मंत्री के हस्तक्षेप के बाद समाप्त (Electricians strike ends in Lucknow) हो गया. ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के नेताओं को आश्वासन दिया है कि उनकी सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा. समिति के नेता शैलेंद्र दुबे ने बताया कि 15 दिन का समय दिया गया है. इसके बाद अगर समस्याओं का समाधान नहीं होता तो फिर से कार्य बहिष्कार किया जाएगा. फिलहाल, अभी कार्य बहिष्कार समाप्त कर दिया गया है.
ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने बताया कि बिजली संगठनों के साथ कई चरणों में वार्ता हुई और आज उसका नतीजा निकल आया है. संगठन के नेताओं को आश्वासन दिया है कि उनकी सभी समस्याओं का समाधान किया जाएगा. इस शर्त के साथ शनिवार को बिजली कर्मियों ने कार्य बहिष्कार समाप्त करने का फैसला ले लिया है.
विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के नेता शैलेंद्र दुबे ने बताया है कि जहां तक बिजली कर्मचारियों का सवाल है कि वे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऊर्जा विभाग के प्रति जो लक्ष्य है उन्हें पूरा कर रहे हैं. जिस प्रकार का प्रबंधन है उसके कारण दिक्कतें आ रही हैं. हम लोग ने ऊर्जा मंत्री और मुख्यमंत्री के सलाहकार से अपनी सारी बातें बताई हैं, हमें आश्वस्त किया गया है. उन्होंने बताया कि पावर काॅरपोरेशन और अन्य ऊर्जा निगमों में चेयरमैन और एमडी की जो नियुक्त प्रक्रिया है उसे जल्द से जल्द शुरू किया जाएगा. 15 बिंदुओं पर वार्ता हुई है और उस पर आश्वासन मिला है कि सभी समस्याएं हल की जाएंगी. पहले चरण में बिजली कर्मियों ने जो कार्य बहिष्कार किया था उसे अब समाप्त किया जा रहा है. 15 दिन में अगर सभी समस्याओं का समाधान नहीं होता है तो फिर से आंदोलन किया जाएगा.
शैलेन्द्र दुबे ने बताया कि सभी 15 सूत्रीय मांगों पर लिखित आश्वासन मिला है. इसके बाद प्रदेश भर में कार्य बहिष्कार वापस लिया गया है. पहले चरण के इस कार्य बहिष्कार में तमाम कर्मचारियों को अलग रखा गया था.
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