लखनऊ: आईआईएम रोड उपकेंद्र पर तैनात अवर अभियंता के साथ पिटाई के मामले में बिजली विभाग के अधिकारियों ने अलीगंज थाने में तहरीर दी है. आरोप है कि एक ठेकेदार ने अवर अभियंता की इस बात को लेकर पिटाई कर दी थी कि इंजीनियर ने गलत बिजली बिल में सुधार करने से मना कर दिया था. बिजली विभाग के अधिकारियों ने ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की है. हालांकि अभी तक पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की है.
इंजीनियर ने लगाए ये आरोप
बिजली विभाग के आईआईएम रोड पर स्थित बिजलीघर में तैनात अवर अभियंता अंकुश मिश्रा की ठेकेदार ज्ञानेंद्र शुक्ला और दीपक द्विवेदी नाम के ठेकेदारों ने पिटाई कर दी. थानाध्यक्ष अलीगंज को दी गई तहरीर में अवर अभियंता अंकुश मिश्रा ने कहा है कि गुरुवार को पुरनिया स्थित विद्युत नगरीय वितरण मंडल 10 के लेसा कार्यालय में विभागीय मीटिंग बुलाई गई थी. मीटिंग खत्म होते ही जब वह गेट से निकले तो बिजली विभाग के ठेकेदार ज्ञानेंद्र शुक्ला और दीपक द्विवेदी ने गाली-गलौज की.
अवर अभियंता अंकुश मिश्रा ने आरोप लगया कि उनके साथ मनीष रावत और एक अन्य व्यक्ति ने मारपीट की और सरकारी कार्य में बाधा पैदा की. उन्होंने कहा कि दो दिन पहले ही मेसर्स प्राची इंटरप्राइजेज का पूर्ण जमा योजना का बिल एमबी करने के लिए दीपक द्विवेदी ने दिया था. उनका कहना है कि यह बिल गलत था और उनके द्वारा गलत बिल की एमबी कराने के लिए दबाव बनाया जा रहा था.
बिल सही नहीं करने पर की मारपीट
अवर अभियंता इंजीनियर अंकुश मिश्रा का कहना है कि 12 नवंबर को उनका बिल वापस कर दिया गया. शायद इसी वजह से मुझे और मेरे अधिकारियों को गाली गलौज करने के साथ ही मुझसे मारपीट की गई है. इससे पूर्व भी कई बार मुझसे गलत कार्य करने के लिए दबाव बनाया गया, जिसके लिए मैंने मना कर दिया. अवर अभियंता ने अलीगंज थाना अध्यक्ष से आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है. वहीं बिजली विभाग के अधिकारी भी इस कदम से काफी नाराज हैं और आरोपियों पर कार्रवाई कराने की बात कह रहे हैं.