लखनऊ: एक तरफ महामारी है एक तरफ है रोटी, बेबस खड़ा मैं सोच रहा कौन बड़ा कौन छोटी. कोरोना वायरस से स्थिति और हालात दोनों ही काबू में नजर नहीं आ रहे हैं. कोरोना वायरस महामारी अपना प्रचंड रूप दिखा रही है. एक ओर हमें जिंदगी को बचाना है तो दूसरी ओर घर को भी चलाना है. महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए सरकार के द्वारा लॉकडाउन लगा दिया गया, जिसकी वजह से सभी काम धंधे पूरी तरह से ठप हो गए हैं. वहीं छोटे व्यापारियों पर भी इसका बड़ा असर देखने को मिल रहा है.
तरबूज बेचकर कर रहे गुजारा
जिस डीजे फ्लोर पर कभी शादी पार्टियों में इंसान डांस किया करते थे, खुशियां मनाते थे, मजबूरन उसी डीजे फ्लोर के ऊपर व्यापारी को तरबूज रखकर बेचना पड़ रहा है ताकि वह दो पैसा कमा सके. हम बात कर रहे हैं निगोहा के ही रहने वाले लाला डीजे की, जिन्होंने ईटीवी भारत से बताया कि पिछले साल से ही काम धंधा पूरी तरीके से ठप चल रहा है. इस साल उम्मीद थी कि शायद सहूलियत मिलेगी लेकिन महामारी के बढ़ते प्रकोप की वजह से लगाए गए लॉकडाउन में शादी पार्टियों के सभी आर्डर कैंसिल हो गए, जिसकी वजह से अब उन्हें मजबूरन तरबूज बेच कर गुजारा करना पड़ रहा है.
कपड़ा व्यापारी बेच रहे मास्क और सैनिटाइजर
कपड़ा व्यापारी मनोज गुप्ता ने ईटीवी भारत को बताया कि दुकान का किराया और घर का खर्च चलाने के लिए उन्होंने मास्क और सैनिटाइजर बेचना शुरू कर दिया है, जिससे रोजमर्रा के खर्चे वह पूरे कर सकें. व्यापारियों ने सरकार से निवेदन किया है कि उनकी ओर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए, जिससे छोटे व्यापारियों को राहत मिल सके.
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इस कोरोना काल में जहां जिंदगियां बचाना मुश्किल हो गया है तो वहीं लॉकडाउन ने भी लोगों की परेशानियां बढ़ा दी है. छोटे व्यापारियों ने भी मजबूरन अपने काम धंधे बदल लिए हैं और घर परिवार चलाने की जद्दोजहद में लगे हुए हैं. अब ऐसे में देखने वाली बात होगी कि इस महामारी से हमें कब राहत मिल पाती है और स्थितियां पहले की तरह सामान्य होती हैं.