लखनऊ: केंद्र सरकार के लाए हुए कृषि कानून का किसान जमकर विरोध कर रहे हैं. यूपी के अलग अलग हिस्सों में चक्का जाम और भारत बंद का समर्थन करते हुए लोगों ने दुकानें बंद की. लेकिन राजधानी की सबसे व्यस्ततम और बड़ी बाजार अमीनाबाद में भारत बंद का कोई असर नहीं दिखाई दिया. यहां पर हजारों की संख्या में हर रोज की तरह आज भी लोग व्यापार करते और खरीदारी करते नजर आए.
भारत बंद का अमीनाबाद बाजार पर नहीं दिखा असर
राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में ट्रेन रोकने और सड़क जाम करने की घटनाएं हुई, लेकिन राजधानी की सबसे मशहूर और व्यस्त माने जाने वाली अमीनाबाद बाजार पर भारत बंद का कोई असर नहीं दिखाई दिया. अमीनाबाद बाजार शहर की सबसे भीड़ भाड़ वाली बाजार मानी जाती है. जानकर कहते है कि बिना यहां आए किसी की खरीदारी पूरी नहीं हो सकती. यहां पर सैकड़ों नहीं बल्कि एक हजार से ज्यादा छोटी बड़ी दुकानें और पटरी व्यापारी है. लखनऊ का मशहूर टुंडे कवाब हो या प्रकाश की कुल्फी, सब यहीं अमीनाबाद में स्तिथ है.
सहारनपुर: किसान संगठनों ने आज भारत बंद का ऐलान किया था और सरकार से कृषि कानून वापस लेने की मांग की थी. वहीं सहारनपुर की बात करें तो जनपद में अभी तक भारत बंद का कोई खास असर देखने को नहीं मिला है, चप्पे-चप्पे पर पुलिस फोर्स तैनात की गई है और अगर कोई भी जबरन दुकान बंद कराता है तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी. हालांकि जनपद में मंगलवार का दिन पहले से ही साप्ताहिक बंदी को लेकर सुनिश्चित है. मिठाई, दूध और मेडिकल स्टोर व अन्य जरूरतमंद सामानों की दुकानें खुली हुई है. सहारनपुर में अभी 12:00 बजे तक भारत बंद का कोई भी असर देखने को नहीं मिला है.
संतकबीरनगर में नहीं दिखा भारत बंदी का असर
संतकबीर नगर: जिले में भारत बंद पूरी तरीके से फेल रहा. प्रशासन की सख्ती के चलते भारत बंद में सम्मिलित होने वाले लोगों को पुलिस ने पहले ही हिरासत में लिया था. भारत बंदी को लेकर जिले की सभी दुकानें और संस्थान खुले हुए नजर आए. जिले के व्यापारी और दुकानदार इस अभियान में नहीं शामिल हुए और वह अपने रोजगार पर लगे रहे. जिससे जिले की सभी दुकाने खुली रही और भारत बंदी का अभियान संत कबीर नगर जिले में पूरी तरीके से फेल हो गया.
मुजफ्फरनगर में नहीं देखा गया भारत बंद का असर
मुजफ्फरनगर: कृषि कानून को लेकर सरकार और किसानों के बीच चल रही खींचतान में किसान संगठनों के आह्वान पर मंगलवार को भारत बंद का ऐलान किया गया था. लेकिन किसानों को व्यापारियों का समर्थन मिलता दिखाई नहीं दे रहा है. मंगलवार की सुबह से ही जिले के खतौली में समस्त बाजार रोजाना की भांति खुले और साथ ही बाजारों में खरीददारी करने वाले भी दिखाई दिए. जहां एक और किसान सरकार को अपनी ताकत का एहसास कराना चाहते हैं, तो वही व्यापारियों का समर्थन न मिलने से मायूस दिखे. मंगलवार की सुबह से ही भारत बंद को लेकर पुलिस प्रशासन अलर्ट नजर आया.
कासगंज में भारत बंद फेल, खुले रहे बाजार
कासगंज: भारत बंद का यूपी के कासगंज में असर शून्य देखने को मिला. यहां बाजार पूरी तरह खुले नजर आए. यहां के व्यापारियों ने भारत बंद को नकार दिया है. ईटीवी भारत ने किसान संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद के असर की पड़ताल की, तो कासगंज में भारत बंद पूरी तरह से फेल नजर आया. पूरे जिले के बाजार खुले रहे. जिन जगहों पर साप्ताहिक बंदी थीस जिसके कारण उन जगहों पर छुटपुट बंद देखने को मिला. कासगंज के व्यापारियों ने किसान संगठनों के द्वारा बुलाये गए भारत बंद को नकार दिया और अपने प्रतिष्ठान खोले.