लखनऊ : सपा के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति पर गंभीर आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराने वाले गायत्री प्रजापति के कंपनी के मैनेजर रहे ब्रजभवन चौबे को ईडी ने तलब किया है. 12 अक्टूबर को ब्रजभवन चौबे लखनऊ स्थित ईडी के दफ्तर पहुंचेंगे. जहां ईडी ब्रजभवन चौबे का बयान दर्ज कराएगी. समाजवादी पार्टी सरकार में खनन मंत्री रहे गायत्री प्रजापति की अवैध संपत्ति व अवैध तरह से अर्जित किए गए धन के संदर्भ में ईडी जांच कर रही है.
अवैध संपत्ति के सबूत उपलब्ध कराने का किया था दावा
दरअसल, गायत्री प्रसाद प्रजापति की कंपनी के पूर्व मैनेजर बृज भवन चौबे ने प्रवर्तन निदेशालय को पत्र भेजकर सरकारी गवाह बनाने की इच्छा जताई थी. बृजभवन का कहना था कि पूर्व मंत्री गायत्री प्रसाद प्रजापति ने अवैध खनन में कई करोड़ की बेनामी संपत्तियां बनाई हैं. सरकारी गवाह बनकर वह गायत्री की सारी बेनामी संपत्तियों का ब्यौरा देना चाहते हैं. जिसके बाद ईडी ने उनके बयान दर्ज करने को लेकर 12 अक्टूबर को उनको लखनऊ के प्रवर्तन निदेशालय ऑफिस में बुलाया है.
ब्रजभवन ने गायत्री प्रजापति के खिलाफ दर्ज कराई थी FIR
बीते दिनों ब्रजभवन चौबे ने गोमती नगर एक्सटेंशन थाने में गायत्री प्रजापति व गायत्री प्रजापति पर दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला के खिलाफ धोखाधड़ी व जान से मारने की धमकी देने की धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज कराई थी. वहीं अब ब्रजभवन चौबे ने ईडी को पत्र लिखकर गायत्री प्रजापति की बेनामी संपत्ति के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने की बात कही है.
2 महीने में गायत्री पर दर्ज हुईं दो FIR
बीते 2 महीने में गायत्री प्रजापति पर राजधानी लखनऊ में दो एफआईआर दर्ज हुई हैं. एक एफआईआर गाजीपुर थाने में गायत्री प्रजापति पर आरोप लगाने वाली महिला के वकील द्वारा दर्ज कराई गई है. वहीं दूसरी FIR गोमती नगर एक्सटेंशन में गायत्री प्रजापति की कंपनी के पूर्व मैनेजर रहे ब्रजभवन चौबे द्वारा दर्ज कराई गई है.
ब्रजभवन चौबे ने ईडी को भेजा था पत्र
ईडी को भेजे गए अपने पत्र में ब्रजभवन चौबे ने लिखा था कि "श्रीमान डायरेक्टर ईडी, निवेदन पूर्वक आग्रह है कि प्रार्थी पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की कंपनी का डायरेक्टर था. गायत्री द्वारा अवैध खनन में कई करोड़ की संपत्ति अपने व अपने परिवार, रिश्तेदार व नौकर के नाम पर खरीद रखी है. प्रार्थी को गायत्री प्रजापति के कर्मचारी, रिश्तेदार के नाम से जो अवैध संपत्ति अर्जित किए हैं उसके बारे में जानकारी है. मैं सरकार को पूर्ण सहयोग देकर सरकारी गवाह बनना चाहता हूं"